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विधायक राणा की सक्रियता और सुक्खू की खामोशी पर बोले राठौर, 'जिला में कांग्रेस की भूमिका कमजोर' - कुलदीप राठौर हमीरपुर में

शनिवार को कुलदीप सिंह राठौर हमीरपुर में एक कार्यकर्ता के घर में शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उनसे पार्टी की एकजुटता को लेकर भी सवाल किए गए उन्होंने दो टूक शब्दों में पार्टी में अनुशासन की बात कही है लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला में कांग्रेसका इतना कमजोर होना वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती है बड़ा सवाल यह भी है कि आने वाले दिनों में वह यहां पर जिला अथवा ब्लाक कार्यकारिणी का किस तरह से गठन कर पाएंगे.

Kuldeep Rathore on Sukhu and ID Lakhan Pal, विधायक राणा की सक्रियता और सुक्खू की खामोशी पर बोले कुलदीप सिंह राठौर
विधायक राजेंद्र राणा व अन्य
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Published : Feb 9, 2020, 7:38 PM IST

Updated : Feb 9, 2020, 9:26 PM IST

हमीरपुर: कांग्रेस के नेताओं की सक्रियता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं. वर्तमान समय में कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल में प्रदेश जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी भंग कर दी है, लेकिन इन कार्यकारिणी के भंग होने से पूर्व भी जिला में एक मजबूत विपक्ष के नाते कांग्रेस की भूमिका बेहद ही कमजोर नजर आई है.

विधायक राजेंद्र राणा को छोड़ दें तो जिला में कांग्रेस के दो अन्य विधायक मौजूद हैं, लेकिन सरकार की नीतियों के खिलाफ इन दोनों ही विधायकों को बोलते हुए कभी नहीं देखा जाता है. सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा समय-समय पर सरकार के कार्यों और नीतियों की सार्वजनिक आलोचना करते हुए नजर आते हैं, जबकि विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस सुखविंदर सिंह सुक्खू अधिकतर मौकों पर खामोश ही नजर आते हैं.

वीडियो.

वहीं, यही हाल बड़सर से विधायक आईडी लखन पाल का है. लखन पाल कभी-कभार केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ बोलते हुए नजर आते हैं, लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश में भाजपा सरकार के आने के बाद राठौर को कांग्रेस की कमान दिए जाने के बाद खामोश ही हैं. आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि जब इस बारे में प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी भंग कर दी गई हैं. नई कार्यकारिणी का विस्तार के बाद जिला और ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस सक्रिय होगी, लेकिन विधायकों की सक्रियता को लेकर किए गए सवाल पर वह कुछ नहीं कह पाए.

वह शनिवार को हमीरपुर में एक कार्यकर्ता के घर में शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उनसे पार्टी की एकजुटता को लेकर भी सवाल किए गए उन्होंने दो टूक शब्दों में पार्टी में अनुशासन की बात कही है लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला में कांग्रेसका इतना कमजोर होना वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती है बड़ा सवाल यह भी है कि आने वाले दिनों में वह यहां पर जिला अथवा ब्लाक कार्यकारिणी का किस तरह से गठन कर पाएंगे.

वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष पार्टी की नई कार्यकारिणी में जोश और अनुभव का समन्वय रखने की बात तो कर रहे हैं लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में वह कितना समय पुराने और नए पदाधिकारियों में बिठा पाएंगे. वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ उनका तालमेल भी आने वाले समय में जिला में कांग्रेस की दशा और दिशा को तय करेगा.

ये भी पढ़ें- घाटी में हुई बर्फबारी से खिले बागवानों के चेहरे, रिकॉर्ड तोड़ फसल की उम्मीद

हमीरपुर: कांग्रेस के नेताओं की सक्रियता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं. वर्तमान समय में कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल में प्रदेश जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी भंग कर दी है, लेकिन इन कार्यकारिणी के भंग होने से पूर्व भी जिला में एक मजबूत विपक्ष के नाते कांग्रेस की भूमिका बेहद ही कमजोर नजर आई है.

विधायक राजेंद्र राणा को छोड़ दें तो जिला में कांग्रेस के दो अन्य विधायक मौजूद हैं, लेकिन सरकार की नीतियों के खिलाफ इन दोनों ही विधायकों को बोलते हुए कभी नहीं देखा जाता है. सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा समय-समय पर सरकार के कार्यों और नीतियों की सार्वजनिक आलोचना करते हुए नजर आते हैं, जबकि विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस सुखविंदर सिंह सुक्खू अधिकतर मौकों पर खामोश ही नजर आते हैं.

वीडियो.

वहीं, यही हाल बड़सर से विधायक आईडी लखन पाल का है. लखन पाल कभी-कभार केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ बोलते हुए नजर आते हैं, लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश में भाजपा सरकार के आने के बाद राठौर को कांग्रेस की कमान दिए जाने के बाद खामोश ही हैं. आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि जब इस बारे में प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी भंग कर दी गई हैं. नई कार्यकारिणी का विस्तार के बाद जिला और ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस सक्रिय होगी, लेकिन विधायकों की सक्रियता को लेकर किए गए सवाल पर वह कुछ नहीं कह पाए.

वह शनिवार को हमीरपुर में एक कार्यकर्ता के घर में शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उनसे पार्टी की एकजुटता को लेकर भी सवाल किए गए उन्होंने दो टूक शब्दों में पार्टी में अनुशासन की बात कही है लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला में कांग्रेसका इतना कमजोर होना वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती है बड़ा सवाल यह भी है कि आने वाले दिनों में वह यहां पर जिला अथवा ब्लाक कार्यकारिणी का किस तरह से गठन कर पाएंगे.

वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष पार्टी की नई कार्यकारिणी में जोश और अनुभव का समन्वय रखने की बात तो कर रहे हैं लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में वह कितना समय पुराने और नए पदाधिकारियों में बिठा पाएंगे. वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ उनका तालमेल भी आने वाले समय में जिला में कांग्रेस की दशा और दिशा को तय करेगा.

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Intro:विधायक राणा की सक्रियता और सुक्खू की खामोशी पर बोले पीसीसी चीफ राठौर, दिया बड़ा बयान
हमीरपुर.
हमीरपुर कांग्रेस के नेताओं की सक्रियता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं वर्तमान समय में कांग्रेस हाईकमान ने हिमाचल में प्रदेश जिला और ब्लाक कार्यकारिणी भंग कर दी है लेकिन इन कार्यकारिणी के भंग होने से पूर्व भी जिला में एक मजबूत विपक्ष के नाते कांग्रेस की भूमिका बेहद ही कमजोर नजर आई है विधायक राजेंद्र राणा को छोड़ दें तो जिला में कांग्रेस के दो अन्य विधायक मौजूद हैं लेकिन सरकार की नीतियों के खिलाफ इन दोनों ही विधायकों को बोलते हो कभी नहीं देखा जाता है सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा समय-समय पर सरकार के कार्यों और नीतियों की सार्वजनिक आलोचना करते हुए नजर आते हैं जबकि विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस सुखविंदर सिंह सुक्खू अधिकतर मौकों पर खामोश ही नजर आते हैं वही यही हाल बड़सर से विधायक आईडी लखन पाल का है. लखन पाल कभी-कभार केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ बोलते हुए नजर आते हैं लेकिन सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश में भाजपा सरकार के आने के बाद राठौर को कांग्रेस की कमान दिए जाने के बाद खामोश ही हैं. आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि जब इस बारे में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी भंग कर दी गई हैं नई कार्यकारिणी का विस्तार के बाद जिला और ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस सक्रिय होगी लेकिन विधायकों की सक्रियता को लेकर किए गए सवाल पर वह कुछ नहीं कह पाए.


Body: वह शनिवार को हमीरपुर में एक कार्यकर्ता के घर में शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे. इस दौरान उनसे पार्टी की एकजुटता को लेकर भी सवाल किए गए उन्होंने दो टूक शब्दों में पार्टी में अनुशासन की बात कही है लेकिन कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला में कांग्रेसका इतना कमजोर होना वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के लिए बड़ी चुनौती है बड़ा सवाल यह भी है कि आने वाले दिनों में वह यहां पर जिला अथवा ब्लाक कार्यकारिणी का किस तरह से गठन कर पाएंगे.


Conclusion: वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष पार्टी की नई कार्यकारिणी में जोश और अनुभव का समन्वय रखने की बात तो कर रहे हैं लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिला हमीरपुर में वह कितना समय पुराने और नए पदाधिकारियों में बिठा पाएंगे. वही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के साथ उनका तालमेल भी आने वाले समय में जिला में कांग्रेस की दशा और दिशा को तय करेगा.
Last Updated : Feb 9, 2020, 9:26 PM IST
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