हमीरपुर : प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा कि सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट की आड़ में केन्द्र सरकार देश हितों के साथ बड़ा खिलवाड़ कर रही है. देश के संविधान के खिलाफ सीएए इस देश में गृह युद्ध जैसे हालात पैदा कर रहा है.
अभिषेक राणा ने बताया कि इस कानून से संविधान के आर्टिकल 14, 15 और 21 की सरेआम अवेहलना की जा रही है. कोई भी कानून देशवासियों से बड़ा नहीं है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की जोड़ी देश में जोर जबरदस्ती का दौर चला कर संख्याबल के दम पर देश के जनादेश से खिलवाड़ करके ऐसे कानूनों को लागू करना चाहते हैं जिनसे देश वासियों का अहित हो.
राणा ने कहा कि सीएए तो बहाना है दरअसल सरकार का मकसद देश की खराब होती माली हालत के मुद्दों से ध्यान भटकाना है. राणा ने कहा कि एनडीए के सहयोगी दल भी सीएए पर आपत्तियां जता रहे हैं, लेकिन अपने खिलाफ कुछ न सुनने के आदी सरकार अपनी पूरी मनमानी के दौर में है.
राणा ने कहा कि अब सीएए के बाद एनआरसी नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप का खतरनाक राजनीतिक खेल खेला जाएगा. जिसमें हर भारतीय को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए दर्जनों दस्तावेज बनाने के लिए एक बार फिर नोटबंदी की तरह लाईनों में लगना पड़ेगा. एनपीआर नेशनल पापुलेशन रजिस्टर, एनसीआर का पहला चरण है. हालांकि देश की जनता को गुमराह करके गृह मंत्री अमित शाह के जुबानी बयान और उन्हीं के मंत्रालय की 2018-19 की रिर्पोट सपष्ट कर रही है कि गृह मंत्री झूठ बोल कर जनता को गुमराह करने में लगे हैं.