हमीरपुर: देरी से टिकट मिलना भीतरघात और सभी तक ना पहुंच पाना संभवतः हार के कारण रहे हैं. यह बात हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कही. दरअसल कांग्रेस द्वारा हमीरपुर सीट से नामांकन के अंतिम दिन 25 अक्टूबर को ही ढाई घंटे पहले कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी के रूप में पुष्पेंद्र वर्मा की आधिकारिक घोषणा की गई थी. बता दें कि 25 अक्टूबर से पहले कांग्रेस द्वारा 68 में से 67 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया जा चुका था.
ऐसे में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे डॉक्टर पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि उनकी हार का कारण देरी से टिकट देना रहा. उन्होंने कहा कि वे अपनी हार के इन कारणों पर पार्टी स्तर पर चर्चा करेंगे, लेकिन इससे ज्यादा जरूरी लोगों के बीच जाकर कमियों में सुधार करना और लोकसभा चुनावों में यहां से पार्टी को लीड दिलाना है. हमीरपुर में लोगों के घर-घर जाकर पद यात्रा के जरिए कांग्रेस पार्टी की नीतियों से लोगों को जोड़ा जाएगा. (Dr Pushpendra Verma On His Defeat)
लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी हाईकमान का विशेषाधिकार है कि किस व्यक्ति को यहां पर चुनाव लड़वाना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता होने के नाते वह पार्टी को यहां पर मजबूती से आगे बढ़ाएंगे. चुनावों के दौरान संगठन में बदलाव के सवाल पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर कमी रही होगी जिस वजह से हार हुई है. यदि भविष्य में मिलकर काम किया जाएगा तो निश्चित तौर पर यह कमियां दूर होंगी. (Pushpendra Verma Lok Sabha Election)
डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि यह हमीरपुर जिले के लिए गौरव का विषय है कि मुख्यमंत्री हमीरपुर जिला से ताल्लुक रखते हैं. आम परिवार से निकल कर एक व्यक्ति प्रदेश का मुख्यमंत्री बना है. ऐसे में विकास की एक नई इबारत हमीरपुर और हिमाचल प्रदेश में लिखी जाएगी. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विश्वास दिलाया है कि हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में भी विकास में कोई कमी नहीं रखी जाएगी.
हार की समीक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि घर-घर जाकर लोगों के बीच आभार भी जताया जाएगा और हार के कारणों की समीक्षा भी की जाएगी. हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में अब पदयात्रा निकाली जाएगी और लोगों तक पहुंच कर कांग्रेस पार्टी की नीतियों से जोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकार को सूचना दिए बिना ही बड़े उद्योगपतियों ने सीमेंट के कारखाने बंद कर दिए. लोग भलीभांति जानते हैं कि यह कार्य किसने किया है. (Pushpendra Verma on Congress Rally in Hamirpur)
ऐसे उद्योगपतियों को हिमाचल प्रदेश से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए जो लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. प्रदेश में जो भी उद्योगपति ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं. उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि ऐसे उद्योगों का सरकार को सरकारी करण करना चाहिए. डॉक्टरी के पेशे के सवाल पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर ताउम्र डॉक्टर ही रहता है, लेकिन राजनीति के जरिए जनसेवा का कार्य निरंतर जारी रहेगा. (Congress Candidate Dr Pushpendra Verma)
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