हमीरपुर: जिले में कोरोना महामारी (corona pandemic) से रिकवर होने वाले लोगों को कई तरह की दिक्कतें पेश आ रहीं हैं. लोग मानसिक तनाव का शिकार हो रहे हैं. कई मरीजों में की सांस फूल जाने से धड़कन बढ़ रही है तो कितने मरीजों को शारीरिक कमजोरी और शरीर में दर्द महसूस हो रही हैं. हमीरपुर मेडिकल कॉलेज (Medical College Hamirpur ) में शुरू की गई पोस्ट कोविड ओपीडी (post covid opd) में आने वाले मरीजों में यह लक्षण पाए जा रहे हैं.
ऐसे में अब चिकित्सा विशेषज्ञ लोगों से कोरोना से रिकवर होने के बाद भी सेहत का ध्यान रखने की अपील कर रहे हैं. विशेषज्ञों की मानें तो इन सब समस्याओं का मुख्य कारण मानसिक तनाव ही है और इससे बचने के लिए खान-पान का ध्यान रखना और दिनचर्या को संतुलित बनाए रखना बेहद जरूरी है.
मरीजों से डॉक्टर की अपील
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ रमेश चौहान का कहना है कि मरीज इस समस्या से ना घबराएं और इसके बारे में ज्यादा न सोचें साथ ही अपना खाना-पान बेहतर रखें. उन्होंने कहा सभी लक्षणों का मुख्य कारण तनाव ही है जिस वजह से मरीजों को रिकवर होने के बाद इस तरह की दिक्कत आ रही है. उन्होंने मरीजों को सलाह दी है कि वह बीमारी के बारे में ज्यादा न सोचें और बिल्कुल न घबराएं.
पोस्ट कोविड क्लीनिक में हर दिन पहुंच रहे 10-12 मरीज
गौर रहे मेडिसिन विभाग में 30 से 40 फीसदी मरीज पोस्ट कोविड बीमारियों से पीड़ित पाई जा रहे थे. वहीं, अब पोस्ट कोविड क्लीनिक (post covid clinic) शुरू होने के बाद हर दिन 10 से 12 मरीज ऐसे पहुंच रहे हैं जिन्हें मानसिक तनाव की अधिक दिक्कत पेश आ रही है. कोरोना की दूसरी लहर (second wave of corona) का कहर तो प्रदेश कुछ हद तक थम गया है लेकिन कोरोना से रिकवर हुए लोगों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें पेश आना अपने आप में चिंता का विषय है.
डॉक्टर की सलाह लें मरीज
हालांकि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर (Medical College Hamirpur ) में इस तरह के मरीज डॉक्टर की सलाह के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ ही हो रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि कोई भी परेशानी परेशानी पर मरीज डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: HMO के समर्थन में सीनियर डॉक्टर्स की हड़ताल, प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों में दिखा असर
ये भी पढ़ें: आनन-फानन में भारत-पाक में शिमला समझौते पर बनी थी सहमति, साइन के लिए इंदिरा-भुट्टो के पास नहीं था पेन