हमीरपुरः नगर निकाय चुनावों में नगर परिषद हमीरपुर में पार्टी समर्थित प्रत्याशियों की हार के बाद अब बीजेपी जिला परिषद के चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए बागियों के प्रभाव को कम करने में जुट गई है.
हमीरपुर में जिला परिषद के कुल 18 वार्ड हैं. इन 18 वार्ड से कुल 88 प्रत्याशी मैदान में हैं. हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी ने स्थानीय विधायक की सहमति से समर्थित प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं, लेकिन हमीरपुर जिला में सरकार और संगठन की दरार किसी से छुपी नहीं है ऐसे में नगर निकाय चुनावों के परिणामों के दोहराव के कयास लगाए जा रहे हैं. बात चाहे बड़सर विधानसभा क्षेत्र की हो या फिर हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र की, लेकिन हर विधानसभा क्षेत्र में गुटबाजी चरम पर है.
जिला परिषद के कुल अढ़ाई वार्ड ही नगर परिषद हमीरपुर में है शामिल
भाजपा विधायक हमीरपुर नरेंद्र ठाकुर का कहना कि उन्हें जिला परिषद के कुल अढ़ाई वार्ड ही नगर परिषद हमीरपुर में आते हैं. एक वार्ड का कुछ हिस्सा भोरंज में आता है. उन्होंने कहा कि इन वार्ड में भाजपा प्रत्याशी जीत कर आएंगे. उन्होंने कहा कि तीनों सीट पर भारी मार्जन के साथ पार्टी प्रत्याशी जीत हासिल करेंगे. उनका कहना कि हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के प्रधान और उप प्रधानों के चुनावों में पार्टी का कोई हस्तक्षेप नहीं है.
आपको बता दें कि भोटा नगर पंचायत में कांग्रेस के साथ ही भाजपा को इस बार खासा सियासी नुकसान हुआ है. यहां पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता के खास माने जा रहे 4 प्रत्याशियों ने बीजेपी समर्थित प्रत्याशियों को मात दी. भाजपा के जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक बलदेव शर्मा बड़सर से ही ताल्लुक रखते हैं ऐसे में उनके विधानसभा क्षेत्र के इकलौते नगर निकाय नगर पंचायत भोटा में चुनावी परिणाम संगठन में गुटबाजी के प्रबल होने का एक प्रमाण माना जा रहा है.
बात महज भाजपा की ही नहीं है कांग्रेस का भी जिलाभर में यही हाल है. भोरंज, बड़सर, नादौन, सुजानपुर और हमीरपुर हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी से बागी प्रत्याशी मैदान में है.