हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में पहली बार टूटे हुए कूल्हे की हड्डी का दुर्लभ ऑपरेशन किया गया है, जो सफल रहा है. डेढ़ घंटा तक चले मरीज के ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों को यह कामयाबी हाथ लगी है. दरअसल एक व्यक्ति का हादसे में कूल्हे की हड्डी बुरी तरह डैमेज जो गया थी. यहां तक की कूल्हे का कप भी टूट गया था, जिस कारण व्यक्ति की हालत खराब हो गई थी.
बैठने तक में असमर्थ इस मरीज को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में लाया गया. इसकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने काफी सोच विचार कर ऑपरेशन करने का मन बनाया. ऑपरेशन में जुटी पूरी टीम को उस समय सफलता मिली जब इसका सही तरीके से ऑपरेशन हो गया. टूटे हुए कप को भी ऑपरेशन के जरिए सही कर दिया गया है. ऑपरेशन के उपरांत मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया गया है.
अब मरीज रिकवर कर रहा है. चिकित्सकों को मिली इस कामयाबी की मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी जमकर तारीफ कर रही है. जानकारी के मुताबिक उपमंडल भोरंज के तहत आने वाले मुंडखर क्षेत्र के 60 वर्षीय व्यक्ति को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज हमीरपुर लाया गया था. एक दुर्घटना में इनका कूल्हा टूट गया था और यह खड़े होने की स्थिति में भी नहीं थे. अस्पताल पहुंचने के उपरांत चिकित्सकों ने इनका ऑपरेशन करने की बात कही.
ऑपरेशन करने के लिए टीम का गठन किया गया. टीम में सर्जरी विभाग से हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय ठाकुर, डॉ. गौरीदत्त, डॉ. तरुण, डॉ. सोमेश शामिल थे. वहीं, एनेस्थीसिया टीम में डॉ. मंजीत कंवर और डॉ. रवींद्र ठाकुर शामिल थे. आटीए में डॉ. अभिलाश शर्मा, मिस सपना, स्पोर्टिंग स्टाफ में वीरेंद्र, सैनिटेशन के लिए सरबजीत और स्नेहलता और दीक्षा ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.
वहीं, इस बारे में मेडिकल सुपरिटेंडेंट आरकेजीएमसी डॉ. रमेश चौहान ने बताया कि चिकित्सकों की मेहनत का नतीजा है कि अब दुर्लभ ऑपरेशन भी हमीरपुर में ही हो रहे हैं. उन्होंने चिकित्सकों की इस कामयाबी के लिए उन्हें बधाई दी. बता दें कि इस तरह के ऑपरेशन के लिए लोगों को पीजीआई जाना पड़ता था, जिसमें समय व धन दोनों का नुकसान होता था. मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्सकों दुर्लभ ऑपरेशन कर रहे हैं, जिससे मरीजों व उनके तीमारदारों को काफी राहत मिल रही है.
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