हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश में भंग हो चुके कर्मचारी चयन आयोग में भर्ती पेपर लीक मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जेओएआईटी पोस्ट कोड-817 के एग्जाम में पेपर लीक मामले में ये गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तार आरोपियों में भर्ती पेपर में अभ्यर्थी रहा उमा आजाद का छोटा बेटा निखिल आजाद और आयोग के सचिव रहे आरोपी डॉ. जितेंद्र कंवर का ड्राइवर जयचंद शामिल है.
मिली जानकारी के अनुसार दोनों आरोपियों पर आरोप है कि जेओएआईटी पोस्ट कोड-817 के पेपर का प्रश्नपत्र भी लीक हुआ था और इन्हें एग्जाम से पहले ही सभी सवालों के बारे में पता था. आरोपियों ने ये परीक्षा दी थी और बाद में परीक्षा को पास भी किया था. जांच एजेंसी ने गुरुवार को दोनों को कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.
पोस्ट कोड 817 के तहत होने वाली जेओएआईटी की भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने के सबूत मिले हैं. इस एग्जाम के अभ्यर्थी रहे निखिल आजाद और जयचंद को गिरफ्तार किया गया है. - राहुल नाथ, विजिलेंस एसपी मंडी जोन
गौरतलब है कि निखिल आजाद पहले भी अरेस्ट हो चुका है, लेकिन बाद में उसे बेल मिल गई थी. जबकि आरोपी निखिला का भाई नितिन और मां उमा आजाद अभी भी पेपर लीक मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं. उल्लेखनीय है कि पहली बार 5 जून, 2023 को जेओएआईटी विजिलेंस ने दस आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था. इनमें भंग आयोग के पूर्व सचिव रहे डॉ. जितेंद्र कंवर, निलंबित सीनियर असिस्टेंट और मुख्य आरोपी उमा आजाद और दो चपरासियों समेत दस लोगों को आरोपी बनाया गया था. हालांकि इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी, जबकि जांच चल रही थी.
बाद में जांच एजेंसी के हाथों सबूत लगे कि यह पेपर उमा आजाद के छोटे बेटे ने भी दिया था और पूर्व सचिव के ड्राइवर ने भी ये पेपर दिया था. दोनों ने मेरिट में जगह पाई थी. जानकारी के अनुसार जब शुरू-शुरू में मामले का खुलासा हुआ था तो पूर्व सचिव के ड्राइवर जयचंद ने उस समय अग्रिम जमानत के लिए अप्लाई कर दिया था, जबकि उस वक्त वह किसी भी मामले में आरोपी नहीं था.
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