बड़सर/हमीरपुर: बात जब चमत्कार की होती है तो वह चर्चा का विषय भी बन जाती है. ऐसा ही एक चमत्कार हमीरपुर के एक गांव में हुआ है, जो सूबे में चर्चा का विषय बना हुआ है.
हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के गांव कुल्हेड़ा में एकक बछड़ी दुधारू हो गई है. कुल्हेड़ा गांव के प्रताप सिंह की 13 माह की बछड़ी बिना गर्भधारण किए ही प्रतिदिन सुबह शाम आधा किलो दूध दे रही है. जिसे देखकर हर कोई हैरान है.
वहीं, बुजुर्ग शक्ति चंद और प्यार चंद की माने तो उन्होंने कहा कि ऐसा उन्होंने कभी न देखा और न सुना है. ग्रामीणों की माने तो ऐसा उन्होंने कभी न तो सुना है और न ही देखा है. जो पशु बिना गर्भ धारण किए दूध देता हो, लेकिन प्रताप सिंह की बिना गर्भधारण और प्रसव किए सुबह शाम आधा किलो दूध दे रही है. लोग इसे चमत्कार मान रहे हैं.
प्रताप सिंह और उनकी पत्नी रेखा देवी की माने तो उनकी अपनी घर की पाली हुई बछड़ी है. जिसकी उम्र केवल 13 माह है. एक सप्ताह पहले बछड़ी के थन अचानक बढ़ गए. जिन्हें पशु चिकित्सक को दिखाया, डॉक्टर ने बछड़ी के थनों को दबाया, जिससे पहले पानी की धार निकली बाद में थनों से दूध निकलना शुरू हो गया.
अब लगातार यह बछड़ी सुबह-शाम दूध दे रही है. हालांकि प्रताप सिंह ने अभी तक इस बछड़ी के दूध का उपयोग नहीं किया है. बल्कि इसे शिव के मंदिर में ही चढ़ाया जा रहा है.
क्या है वैज्ञानिक तर्क
पशुपालन विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर केएल शर्मा का कहना है कि पशुओं के हार्मोन में वृद्धि के कारण यह संभव होता है. ऐसा कुछ एक पशुओं में देखने को मिलता है. डॉक्टर केएल शर्मा ने पशु पालकों से अपील करते हुए कहा जो पशु ऐसे दुधारू हो जाते हैं, उनके दूध को चार या पांच दिन उपयोग न करें, उसके बाद दूध को प्रयोग कर सकते हैं. उसके उपयोग से कोई हानि नहीं होती है.
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