भोरंज/हमीरपुर: उपमंडल भोरंज के अंतर्गत ऐसे बजुर्ग भी हैं जो 109 वर्ष की लंबी आयु के बार भी युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने हुए हैं. जहां युवा आज नशे के आगोश में रहकर जल्द ही बुढ़ापे की ओर बढ़ रहे हैं. वहीं, गांव जाड़ के पंडित खड़कु पुत्र गणपत अभी भी स्वस्थ हैं.
नववर्ष के उपलक्ष्य पर पूर्व पंचायत प्रधान वीर सिंह रणौत, जिला परिषद अनिता ठाकुर, पूर्व उपप्रधान कुलवंत सिंह ने 109 वर्षीय बजुर्ग खड़कु राम को शॉल, टोपी व उनकी पत्नी को शॉल सम्मानित किया. खड़कु राम का जन्म 1911 में हुआ था और उन्हें आज तक कोई बीमारी नहीं हुई है. उनके तीसरी बार दांत भी फिर से आये हैं.
'किसानों को जैविक खेती करने को कहा'
गौरतलब है कि खड़कु राम मिस्त्री का काम करते थे साथ ही खेती बाड़ी भी करते थे. उन्होंने किसानों को जैविक खेती करने को कहा. उन्होंने कहा कि जब तक लोग जैविक खेती से उत्पन्न अनाज खाते थे. बिल्कुल स्वस्थ रहते थे. जब से यूरिया इत्यादि खाद से पैदा अनाज खा रहे हैं तब से लोग बीमार शुरू होने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि आज लोग अपनी मिट्टी को छोड़ रहे हैं. पहले के समय मे लोग हल जोतते थे और खेती करते थे. सब्जी से लेकर अनाज तक खेतों से प्राप्त करते थे. आज सबने खेती करना छोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि पिछले ही वर्ष उन्होंने खेती करना छोड़ी है. उनके घर हमेशा बैलों की जोड़ी खेती के लिए बंधी रहती थी जिसे पिछले ही वर्ष बेचा है.
'सेहत के राज को देखते हुए उनसे शिक्षा लेनी चाहिए'
इस मौके पर पूर्व प्रधान वीरी सिंह रणौत ने जानकारी देते हुए बताया कि युवाओं को बजुर्ग लोगों से उनकी सेहत के राज को देखते हुए उनसे शिक्षा लेनी चाहिए. आजकल युवा जनच नशे में लिप्त होकर अपने जीवन को बर्बाद कर रहे हैं. वहीं, खड़कु राम जैसे बजुर्ग 109 वर्ष की आयु होने पर भी स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं.