चंबा: हिमाचल प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर सुविधाएं देने की बात करती हैं, लेकिन यह सुविधाएं जमीनी हकीकत से कोसों दूर हैं. चंबा जिला मुख्यालय में काफी पहले बनाए गए चिल्ड्रन पार्क की हालत खस्ता हो चुकी है. जिसके चलते बच्चों को खेलने के लिए अब पार्क भी नहीं है.
हालांकि इस पार्क को सुधारने के लिए कुछ समय पहले जिला प्रशासन द्वारा कार्य शुरू किया गया था. लेकिन वह कार्य पिछले चार-पांच महीने से ठप पड़ा हुआ है. जिसके चलते लोगों को टहलने और बच्चों को खेलने के लिए मुश्किलें पेश आ रही हैं.
चार-पांच महीनों से बंद पड़ा है पार्क का कार्य
शहर के छोटे बच्चे यहां पर इस पार्क में अलग-अलग गतिविधियों के तहत अपना मनोरंजन करते थे. लेकिन अब बच्चों को खेलने के लिए कुछ भी नहीं है. जिला प्रशासन द्वारा यहां बच्चों को बेहतर पार्क बनाने के लिए कार्य शुरू किया गया था. लेकिन वह कार्य चार-पांच महीनों से बंद पड़ा हुआ है. ऐसे में बच्चों और स्थानीय लोगों को टहलने के लिए मुश्किल हो रही है.
अब इसमें एक तरफ दिक्त हो रही है कि चंबा शहर हेरिटेज की श्रेणी में आता है तो उसी के चलते यह चौगान भी उस श्रेणी में आने के बावजूद यहां पर कार्य को अंजाम नहीं दिया जा सकता है.
क्या कहते हैं स्थानीय लोग?
वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों का कहना है कि चोगान नंबर 4 बच्चों को खेलने के लिए सुविधा उपलब्ध करवाता था. लेकिन अब इसकी हालत काफी खस्ता हो चुकी है. हालांकि कुछ समय पहले इस चोगान को विकसित करने के लिए टेंडर भी हुआ था. उसके बाद कार्य भी शुरू हुआ था, लेकिन हैरिटेज की श्रेणी में आने के बाद इस चौगान की स्थिति नहीं सुधारी जा सकती है. जिसके चलते बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
जिला प्रशासन से मांग
यहां पर बच्चे कई तरह के खेल खेलते थे, लेकिन अब कुछ नहीं कर सकते हैं. ऐसे में हम जिला प्रशासन और नगर परिषद से मांग करते हैं की इसकी हालत को सुधार जाए ताकि दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
गहनता से विचार विमर्श करने की जरुरत
जिला प्रशासन और नगर परिषद चंबा को इसके बारे में गहनता से विचार विमर्श करना चाहिए और शहर के बच्चों को बेहतर चिल्ड्रन पार्क बनाना चाहिए ताकि बच्चे यहां पर अपने खेल गतिविधियों को बढ़ा सकें. इसके साथ ही जो लोग सुबह शाम में टहलते हैं. उन्हें भी दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.
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