चंबाः सरकारी तकनीकी शिक्षण द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इस बार निजी और सरकारी तकनीकी शिक्षण संस्थानों में बिना जिला स्तरीय प्रतियोगिता खेले राज्य स्तर की प्रतियोगिता की जाए और सभी निजी सरकारी तकनीकी शिक्षण को इसके बारे में अवगत करवा दिया गया है, लेकिन सरकारी तकनीकी शिक्षण संस्थान चंबा के इस फैसले पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि कोई शिक्षण संस्थान बिना जिला स्तर की प्रतियोगिता करवाए राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए ट्रायल बुलाए हो. इस तरह की कार्रवाई से कहीं ना कहीं युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है. विभाग जिला स्तर की प्रतियोगिता न करवाने पर चुनाव अचार संहिता की बात कह रहा है. इसके साथ अपना ठीकरा सभी निजी संस्थानों और सरकारी संस्थाओं पर भी फोड़ जा रहा है.
उनका कहना है कि कोई भी जिला स्तर की प्रतियोगिता के लिए हामी नहीं भर रहा है, लेकिन ऐसे में अगर कल को इन युवाओं को नौकरी में स्पोर्ट्स कोटा मिलता है तो बिना जिला स्तर की प्रतियोगिता किए बगैर नौकरी मिलना भी मुश्किल हो सकता है. ऐसे में सरकार को ऐसे मामलों में संज्ञान लेना चाहिए ताकि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ ना हो सके.
वहीं, चंबा के सरकारी तकनीकी शिक्षण संस्थान के ग्रुप इंचार्ज पान चंद का कहना है कि हमने अधिसूचना जारी की है. सभी निजी और सरकारी तकनीकी शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्य को बुलाया गया था, लेकिन किसी ने हामी नहीं भरी और हमारे पास स्टाफ की कमी और चुनाव के चलते हमने जिला स्तर की प्रतियोगिता नहीं करवाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि सभी के फैसले से ये निर्णय लिया गया हैं. राज्यस्तर की प्रतियोगिता के लिए अभी तकनिकी शिक्षण संस्थाओं को लिखा गया है कि वो अपने सभी खिलाड़ियों को भेजें, जिनका ट्रायल लेने के बाद हम उन्हें राज्य स्तर की प्रतियोगिता में शामिल करेंगे.