चंबा: जिला चंबा के भरमौर उपमंडल में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ.आरएन बत्ता की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई. इस दौरान उन्होंने भरमौर में मनरेगा के तहत खर्ची गई धन राशी के बारे में भी जानकारी दी.
बैठक के दौरान डॉ. आरएन बत्ता ने कहा कि मनरेगा के तहत कच्चे कामों की अपेक्षा पक्के कार्यों को अंजाम दिया जाना चाहिए, जिससे इन कार्यों का लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों ने सीमेंट की कमी की समस्या को उठाया. जिस पर सचिव डॉ.आरएन बत्ता ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को समय पर सीमेंट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए.
स्वास्थ्य विभाग सचिव ने बैठक में जनप्रतिनिधियों से आग्रह करते हुए कहा कि पंचायत की बैठकों में पक्के कामों के शेल्फ के अतिरिक्त मत्स्य पालन बेमौसमी सब्जियों के उत्पादन संबंधित कार्यों के शेल्फ पारित करवाएं, जिससे इस क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी को बल मिले और लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके.
डॉ. आरएन बत्ता ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर और उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण अभिकरण चंबा को निर्देश देते हुए कहा कि भरमौर की कठिन भौगोलिक परिस्थिति के मध्य नजर विकासात्मक कार्यों की कार्य योजना को तैयार करें, जिससे क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक लाभान्वित किया जा सके.
सचिव आरएन बत्ता ने 14वें वित्त आयोग पर चर्चा करते हुए कहा कि मैहला व भरमौर ब्लॉक में समय रहते विकास कार्यों पर धनराशि खर्च करना सुनिश्चित बनाएं. स्वच्छ भारत मिशन पर निर्देश देते हुए सचिव ने कहा कि गांव में कचरा प्रबंधन पर भी गंभीरता से कार्य किया जाना चाहिए.