चंबाः मेडिकल कॉलेज चंबा में अब मरीजों को ओपीडी में जाने से पहले कोविड टेस्ट करवाना होगा. यही नहीं, उसके तीमारदार को भी इसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने यह व्यवस्था लागू कर दी है. इसके तहत बाकायदा स्वास्थ्य विभाग ने दो टीमों का गठन किया है.
कोरोना जांच के बाद मिलेगा ओपीडी में प्रवेश
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि मेडिकल कॉलेज चंबा की ओपीडी में पहुंचने वाले प्रत्येक मरीज और उनके तीमारदार को पहले अपनी सैंपलिंग करवानी होगी. सैंपलों की जांच रैट में होगी. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही मरीजों और तीमारदारों को ओपीडी में प्रवेश मिलेगा.
सैंपलिंग के लिए 2 टीमों का किया गया गठन
वहीं, अगर किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो मरीज को स्थितिनुसार कोविड अस्पताल या फिर होम आइसोलेशन में रखा जाएगा. इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सैंपलिंग के लिए 2 टीमों का गठन किया है. ये टीमें ओपीडी और फ्लू क्लीनिक में सैंपल एकत्रित करेंगी. फ्लू क्लीनिक में 24 घंटे सैंपलिंग की व्यवस्था रहेगी तो वहीं, ओपीडी में सुबह 9 से लेकर दोपहर 2 बजे तक सैंपलिंग की व्यवस्था रहेगी.
कोरोना को फैलने से रोकने के लिए उठाया कदम
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश भारती ने कहा कि लोग सैंपल देने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमित और सामान्य व्यक्ति का पता लगाना स्वास्थ्य विभाग के लिए जटिल होता जा रहा है. लिहाजा, अब ओपीडी में मरीजों और उनके तीमारदारों को कोविड टेस्ट करवाने के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें ओपीडी में प्रवेश मिलेगा. साथ में कहा कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ही यह कदम उठाया गया है. इसके लिए लोगों का सहयोग भी आवश्यक है.
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से उठाए गए इस फैसले का लोग भी स्वागत कर रहे हैं. क्योंकि हर रोज सैकड़ों की संख्या में मरीज यहां पर अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं. ऐसे में अगर एहतियात बरती जाए तो समय रहते इस संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है और मेडिकल कॉलेज में यही निर्णय किया है.
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