डलहौजी: पर्यटन नगरी डलहौजी वासियों को बंदरों के आतंक से शीघ्र निजात मिलेगी, जिसके लिए वन विभाग ने योजना तैयार कर ली है. यह जानकारी देते हुए वन मंडल अधिकारी डलहौजी कमल भारती ने बताया कि पिछले कुछ समय से लगातार उपमंडल डलहौजी में बंदरों के आतंक की शिकायतें मिल रही हैं.
इन शिकायतों के समाधान के लिए विभाग द्वारा शीघ्र ही एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके तहत बंदरों के आतंक से परेशान लोगों को राहत पहुंचाने के लिए विभाग द्वारा बंदरों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है.
बंदरों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए बंदरों की नसबंदी का अभियान भी चलाया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि आए दिन सड़कों व शहरी क्षेत्रों में जंगली जानवरों विशेषकर भालू और तेंदुए की मूवमेंट लगातार देखने को मिल रही है, जिसके लिए विभाग द्वारा अधिनस्त वन परिक्षेत्र अधिकारीयों व कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं.
अधिकारियों को यह खास तौर पर कहा गया है कि अगर किसी क्षेत्र में इस तरह की जानकारी मिलती है तो उस पर उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए ताकि कोई अप्रिय घटना घटित ना हो. उन्होंने लोगों को भी सचेत रहने की अपील करते हुए कहा कि लोग सुनसान जंगली इलाकों में अकेले न जाएं.
गौरतलब है कि डलहौजी में बंदरों के आतंक के चलते लोगों का घर से बाहर कदम रखना भी मुश्किल हो गया है. बंदर न केवल लोगों पर हमला कर रहे हैं बल्कि वे कपड़े, पौधों, पाइप, केबल तारों और घरों के अंदर भी जाकर नुक्सान पहुंचा रहे हैं.
इनसे बच्चे, बूढ़े और महिलाओं को अधिक खतरा बना रहता है इन पर बंदर कई बार हमला कर चुकें हैं. यही नहीं डलहौजी के वार्ड नंबर-दो लोहली में कुछ ही दिनों में 4 से 5 लोगों पर बंदरों ने हमला कर घायल किया है. इस समस्या को लोग यथा संभव बेहतर तरीके से समाधान करने की गुहार लगा रहे हैं.