चंबा : शनिवार को शहर के पंजिकृत रेहड़ी धारकों को अपनी पहचान मिल गई. नगर परिषद अध्यक्षा नीलम नैयर ने पंजिकृत रेहड़ी धारकों को पहचान पत्र जारी किए. कोरोना महामारी के चलते रेहड़ी धारकों को मंदी से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर योजना शुरू की है. पंजीकृत रेहड़ी धारक अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दस हजार रूपये का ऋण ले सकते हैं. इस योजना का लाभ उठाने के लिए रेहड़ी धारक के पास वेंडर जोन कमेटी का जारी पहचान पत्र होना अनिवार्य होगा.
ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन कर सकेंगे
इस पहचान पत्र के जरिए रेहड़ी धारक ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं. लोन लेने के लिए उन्हें बैंकों के चक्कर काटने की आवश्यक्ता नहीं होगी. यह योजना केंद्र सरकार ने विशेष रूप से रेहड़ी धारकों को लाभ पहुंचाने के लिए शुरू की है. कोरोना महामारी के दौरान रेहड़ी धारकों को भारी नुक्सान हुआ. लोगों की आवाजाही बंद होने की वजह से उनका कारोबार ठप हो गया है.
मंदी से उबरने का मौका
नगर परिषद अध्यक्ष नीलम नैयर ने बताया कि कोरोना महामारी में रेहड़ी धारकों को मंदी से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर आत्म निर्भर योजना शुरू की है. इस योजना के तहत वेंडर जोन के तहत पंजीकृत रेहड़ी धारक अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दस हजार रूपये का ऋण ले सकते हैं. इस योजना का लाभ उठाने के लिए रेहड़ी धारक के पास वेंडर जोन कमेटी का जारी पहचान पत्र होना अनिवार्य है. लोन लेने के लिए लोकमित्र केंद्रो में जाकर आवेदन किया जा सकता.
95 रेहड़ी धारक पंजीकृत
नगर परिषद में 95 रेहड़ी धारक पंजीकृत हैं. जिन्हें नगर परिषद की तरफ से वेंडर जोन कमेटी की ओर से पहचान पत्र जारी किए गए. नगर परिषद ने रेहड़ी धारकों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया. कोरोना संकट के दौर में रेहड़ी धारक अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकें.
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