चंबा: जिला चंबा में भारी बारिश से हुए भूस्खलन के कारण तीस रास्तों पर आवाजाही बंद रही. इसके कारण लोक निर्माण विभाग को दो करोड़ 91 लाख 46 हजार रुपये का नुकसान हुआ है. इसका सबसे ज्यादा असर तीसा में पड़ा है. बता दें कि तीसा में भूस्खलन और डंगे गिरने के कारण 16 रास्तों पर यातायात बाधित रहा.
जिला में वाहनों की आवाजाही प्रभावित होने के कारण बुधवार को स्कूल जाने वाले बच्चों, कर्मचारियों समेत आम लोगों को अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
पठानकोट-चंबा-भरमौर एनएच पर बुधवार को परिहार के पास भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही बाधित हुई. ऐसे में पठानकोट की ओर से चंबा की ओर आने वाले वाहन चालकों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हालांकि, एनएच प्राधिकरण ने मार्ग पर आवाजाही को सुचारू करने के लिए जेसीबी लगाई.
बहरहाल, लोक निर्माण विभाग द्वारा बंद पड़े 30 रास्तों में से 26 को बहाल कर दिया गया है. वहीं बचे हुए चार मार्गों को बहाल करवाने का काम वीरवार को फिर से किया जाएगा.
बता दें कि भारी बारिश के कारण पठानकोट-चंबा-भरमौर एनएच पर बुधवार को परिहार के पास भूस्खलन हो गया, जिस कारण एनएच पर आवाजाही बाधित हो गई। ऐसे में पठानकोट की ओर से चंबा की ओर आने वाले वाहन चालकों को सुबह के समय दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि, एनएच प्राधिकरण द्वारा मार्ग पर आवाजाही को सुचारू करने के लिए जेसीबी लगाई.
अधीक्षण अभियंता लोनिवि दीवाकर पठानिया ने कहा कि जिला चंबा में भारी बारिश के कारण लोक निर्माण विभाग को करीब तीन करोड़ का नुकसान हुआ है. बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन हो गया था. इससे 30 मार्ग बंद पड़ गए थे. उन्होंने कहा कि 26 रास्तों को बुधवार को बहाल करवा दिया गया है, बचे हुए रास्तों को जल्द बहाल करवा दिया जाएगा.