चंबा: जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में शनिवार की सुबह सीजन की पहली बर्फबारी हुई है, जबकि पांगी घाटी ने भी फिर से बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है. लिहाजा बर्फबारी के साथ ही जनजातीय क्षेत्रों में जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है और कड़ाके की ठंड के बीच लोग घरों के भीतर दुबकने के लिए मजबूर हो गए हैं.
वहीं, बर्फबारी के साथ ही भरमौर क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में बिजली की आपूर्ति भी शनिवार को घंटों ठप रही. जिससे लोगों की मुशिकलें भी यहां पर बढ़ गई. कुल-मिलाकर भरमौर क्षेत्र में सीजन की पहली बर्फबारी और पांगी में फिर से हुए हिमपात से दोनों इलाकों में शीत लहर का प्रकोप भी बढ़ गया है.
बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने गत दिनोंप्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और जनजातीय क्षेत्रों समेतउंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया था. नतीजतन शुक्रवार रात को ही समूचे भरमौर उपमंडल में मौसम ने करवट बदल ली और देर रात को जोरदार बारिश का दौर आरंभ हो गया. सुबह तक बारिश काक्रम जारी रहने के बाद अचानक समूचे भरमौर उपमंडल में बर्फबारी शुरू हो गई.
बागवानों के चेहरों पर भी रौनक आ गई है
हालांकि कुछ समय के बाद बर्फबारी थमने के साथ ही मौसम भी खुल गया है. जिले की पांगी घाटी में ताजा हिमपात हुआ है. जिससे जनजीवन भी बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. उधर, ताजा बर्फबारी के बाद क्षेत्र के बागवानों के चेहरों पर भी रौनक आ गई है.
लंबे समयसे बागवान यहां पर बर्फबारी के इंतजार में थे. हालांकि अभी तक हुआ हिमपात सेब की सफल के लिए प्रर्याप्त नहीं है, फिर भी मौसम केरूख को देखते हुए बागवानों को यहां पर जरूर राहत मिली है. बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने गत दिनों प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश और जनजातीय क्षेत्रों समेत उंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया था.
बर्फबारी थमने के साथ ही मौसम भी खुल गया है
नतीजतन शुक्रवार रात को ही समूचे भरमौर उपमंडल में मौसम ने करवट बदल ली और देर रात को जोरदार बारिश का दौर शुरू हो गया. सुबह तक बारिश का क्रम जारी रहने के बाद अचानक समूचे भरमौर उपमंडल में बर्फबारी शुरू हो गई. हाालांकि कुछ समय के बाद बर्फबारी थमने के साथ ही मौसम भी खुल गया है.
सूचना के अनुसार जिले की पांगी घाटी में ताजा हिमपात हुआ है. जिससे जनजीवन भी बुरीतरह से प्रभावित हो गया है. उधर, ताजा बर्फबारी के बाद क्षेत्र के बागवानों के चेहरों पर भी रौनक आ गई है. चूंकि सेब की बेहतर फसल के लिए बर्फ संजीवनी का काम करती है. लंबे समय से बागवान यहां पर बर्फबारी के इंतजार में थे. हालांकि अभी तक हुआ हिमपात सेब की सफल के लिए प्रर्याप्त नहीं है, फिर भी मौसम केरूख को देखते हुए बागवानों को यहां पर जरूर राहत मिली है.
ताजा बर्फबारी के बाद क्षेत्र के बागवानों के चेहरों पर भी रौनक आ गई है. चूंकि सेब की बेहतर फसल के लिए बर्फ संजीवनी का काम करती है. लंबे समय से बागवान यहां पर बर्फबारी के इंतजार में थे. हालांकि अभी तक हुआ हिमपात सेब की सफल के लिए प्रर्याप्त नहीं है, फिर भी मौसम के रूख को देखते हुए बागवानों को यहां पर जरूर राहत मिली है.