डलहौजी/चंबाः पर्यटन नगरी डलहौजी के खज्जियार मार्ग पर लक्कड़ मंडी गांव के निवासी लॉकडाउन के दौरान मैदानी इलाकों से घर वापिस लौटे हैं. यहां रहने वाले परिवार दिसंबर माह में सर्दियों में यहां से मैदानी इलाकों की ओर चले जाते हैं और यह लोग मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं.
जैसा कि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते देश और प्रदेश में पूरी तरह से लॉकडाउन लग गया था. जिसके बाद इनका घर लौटना मुश्किल हो गया था और इन्होंने राज्य सरकार से बार-बार आग्रह किया कि वह अपने घर लौटना चाहते हैं.
जिस पर सरकार ने इनकी मांगों को मानते हुए इन्हें अपने घर वापस पहुंचाने की कवायद शुरू की. जिसके चलते यह धीरे-धीरे अपने घर पहुंचना शुरू हो गए और इनमें से कुछ परिवार लक्कड़ मंडी अपने घरों में पहुंच गए हैं.
सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार घर पहुंचने के बाद इन लोगों को 28 दिन के लिए होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य है.
जैसे ही प्रशासन को पता चला कि इनमें से कुछ लोगों की राशन, पानी और दवाइयों की कमी है. साथ ही बिमार लोगों को बीमार होने पर अस्पताल लाने ले जाने की समस्या भी है.
एसडीएम डलहौजी डॉ. मुरारीलाल ने खुद जाकर स्थिति का जायाजा लिया और ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया.
लक्कड़ मंडी गांव निवासी रॉकी कुमार, विशाल कुमार और विजय कुमार ने अपनी समस्याओं के बारे में बताया कि यहां लगभग 120 से अधिक परिवार रहते हैं.
सभी परिवार मजदूरी कर अपना घर परिवार चलाते हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते कहीं कोई काम नहीं चल रहा है. डलहौजी एसडीएम ने हमारी सारी समस्याएं सुनी और राशन, पानी और दवाइयों का इंतजाम किया.
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