चंबाः दिल में कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो मंजिल खुद मिल जाया करती है. चंबा जिला के अंतर्गत आने वाले कल्हेल पंचायत के युवा मोहम्मद रफी ने ये कारनामा कर दिखाया है. उक्त युवा ने 12वीं की पढ़ाई करने के बाद रोजगार न मिलने के चलते उन्होंने मछली पालन व्यवसाय शुरू किया. जिसके चलते युवक ने उसके लिए 3 टैंक स्थापित किए. जिसके बाद इन टेंको में साफ-सुथरा पानी पहुंचाया गया और फिर ट्राउट फिश का बीज टेंको डाला गया. जिसके बाद यह युवक लगातार अच्छा मुनाफा कमा रहा है.
ट्राउट फिश के मिल रहे अच्छे दाम
बता दें कि ट्राउट फिश काफी कीमती है और बाजार में ये 600 से अधिक रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिकती है. यही कारण है कि लोग उक्त युवक के ट्राउट फिश फार्म पर आकर मछली खरीदते हैं. ये युवा हर साल लाखों रुपए कमाता है. हालांकि बेरोजगारी के इस दौर में इस युवक की यह पहल अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनी है. उक्त युवक के इस स्ट्रक्चर को देखने के लिए दूर-दूर से युवा आ रहे हैं और कैसे मछली पालन कारोबार शुरू किया जा सकता है इसकी जानकारी ले रहे हैं. ताकि वह भी अपना कारोबार शुरू कर सकें.
कोरोना काल में भी चलता रहा युवक का कारोबार
कोरोना काल में भी उक्त युवक को कोई परेशानी नहीं झेलनी पड़ी. हालांकि बाहर से कईं युवा अपनी नौकरी छोड़ कर अपने गांव वापस आए थे. इस युवक का कहना है कि अगर बेरोजगार युवा मछली पालन को बढ़ावा देते हैं तो वह भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और उनका परिवार भी बेहतर जिंदगी जी सकता है. ट्राउट फिश के लिए अधिक ठंडा पानी होना बेहतर माना जाता है.
कुल्लू के पतलीकुहल से लाया ट्राउट फिश
वहीं दूसरी ओर युवा व्यवसाई मोहम्मद रफी का कहना है कि उसने 12वीं के बाद देखा कि उसके पास रोजगार के कोई साधन नहीं है तो उसने मछली पालन को शुरू करने के लिए 3 टैंक बनाए जिसके चलते उन्होंने कुल्लू के पतलीकुहल से ट्राउट फिश का बीज लाया.
दोनों भाई मिलकर करते हैं ये कारोबार
मछलियों की पैदावार बढ़ाई गई है और यही कारण है कि यह मछली बाजार में ₹600 प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है. जिसके चलते युवाओं को काफी मुनाफा हो रहा है. हर साल युवा लाखों रुपए इसी व्यवसाय से कमाता है. युवक का कहाना है कि बेरोजगार युवा अगर इस व्यवसाय को अपनाते हैं तो वह भी अपने परिवार को बेहतर तरीके से चला सकते हैं. हम दो भाई हैं और दोनों इसी कारोबार में जुटे हुए हैं.
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