चंबा: कांग्रेस वरिष्ठ नेता और डलहौजी से विधायक आशा कुमारी ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला है. आशा कुमारी ने सरकार की शिक्षा नीति पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जो शिक्षा नीति लाई गई है, उससे प्रदेश के बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है.
आशा कुमारी ने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार को यह मालूम नहीं कि हिमाचल के 23,000 छात्र-छात्राओं ने स्कूल ड्राप किया है. 1 साल में उन बच्चों का कोई पता नहीं है, घर में बैठे हैं और क्या कर रहे हैं. सरकार को इसकी परवाह तक नहीं. उन्होंने कहा कि जब मैं प्राथमिक शिक्षा मंत्री थी तब हमने बच्चों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए कई तरह के कार्यक्रम चलाए हुए थे ताकि ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल तक पहुंचाया जा सके.
डीपीईपी साक्षर अभियान के तहत कार्यक्रम चलाए, लेकिन हमारे समय में इस तरह के हालात शिक्षा व्यवस्था में देखने को नहीं मिले. सरकार को यह मालूम करना चाहिए कि आखिरकार वो 23,000 बच्चे कहां गए जिन्होंने स्कूल ड्रॉप किया है. सरकार को इसके बारे में पूरी तहकीकात करनी चाहिए और उन बच्चों का पता लगाना चाहिए.
डलहौजी विधायक आशा कुमारी का कहना है कि प्रदेश में 23 हजार के आसपास छात्र छात्राओं ने 1 साल में स्कूल ड्राप किया है, लेकिन सरकार को इसके बारे में कोई चिंता नहीं है और ना ही सरकार ने इसका पता करने का प्रयास किया. यह बहुत बड़ा आंकड़ा है जो अपने आप में सवाल खड़े करता है सरकार को इसकी और ध्यान देना चाहिए ताकि उन बच्चों का पता लगाया जा सके और वह बच्चे दोबारा स्कूल आ सकें. सरकार को इस तरह की पहल करनी चाहिए.
आशा कुमारी ने कहा कि सरकार को इस तरह के गंभीर विषयों पर जरूर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को तमाम बातों पर गहनता के साथ विचार करना होगा. सरकार को अपने ब्यूरोक्रेट्स का इस्तेमाल करते हुए तमाम तरह की परिस्थितियों पर चर्चा करनी चाहिए.
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