डलहौजी: हिमाचल के सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है. डलहौजी सीट पर 2017 में 73.25 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. वहीं, चंबा जिले के सबसे हॉट सीट में से एक डलहौजी विधानसभा सीट के लिए भी मतदान शुरू हो गया है. चंबा का डलहौजी विधानसभा क्षेत्र काफी सुर्खियों में है. डलहौजी विधानसभा सीट से कांग्रेस ने चुनावी मैदान में सीटिंग विधायक आशा कुमारी को उतारा है. वहीं, भाजपा ने डीएस ठाकुर पर अपना भरोसा जताया है. अब देखना ये होगा आखिर डलहौजी की जनता विधानसभा चुनावों में किसे चुनती है. (BJP Candidate DS Thakur from Dalhousie) (Congress Candidate Asha kumari from Dalhousie)
डलहौजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा: डलहौजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा कायम है. पिछले दोनों विधानसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी ने जीत दर्ज की है. इस बार भी मुकाबला 2017 की तरह आशा कुमारी और धविंदर सिंह ठाकुर के बीच होने जा रहा है. पिछले चुनावों में दोनों के बीच टक्कर का मुकाबला हुआ था और धविंदर सिंह बहुत ही कम वोटों से चुनाव हारे थे. (Dalhousie Assembly Constituency) (himachal voting percentage 2022)
डलहौजी विधानसभा सीट पर आशा कुमारी बनाम डीएस ठाकुर: बात अगर इन दोनों नेताओं के राजनीतिक अनुभव की करें तो कांग्रेस प्रत्याशी आशा कुमारी कांग्रेस का मजबूत चेहरा है. आशा कुमारी अब तक 8 विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं और 6 बार विधायक रह चुकी हैं. राजनीति की अच्छी परख और पकड़ रखने वाली आशा कुमारी 40 साल से राजनीति में हैं. वहीं, धविंदर सिंह भी राजनीति में सक्रिय रहे हैं और पिछले चुनावों में उन्होंने आशा कुमारी को कड़ी टक्कर दी थी. आशा कुमारी पर एक आपराधिक मामला दर्ज है वहीं, धविंदर सिंह पर एक भी मामला दर्ज नहीं है.
डलहौली सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला: इस साल आशा कुमारी अपना नौवां चुनाव लड़ने जा रही हैं. कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि आशा कुमारी इस बार भी जीत दर्ज करेंगी. वहीं, भाजपा भी इस सीट को पाने के लिए पूरा जोर लगाएगी. और पिछली बार वोट में रहे अंतर को पाटने के साथ ही जीत दर्ज करने की कोशिश करेगी. इस सीट को जीतना भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. आशा कुमारी एक स्ट्रॉन्ग कैंडिडेट हैं और राजनीति में उन्हें लंबा अनुभव है ऐसे में भाजपा के लिए ये सीट जीतना मुश्किल हो सकता है, वहीं, पिछले चुनावों में कांग्रेस को मात्र करीब साढ़े 500 वोटों से ही जीत मिली थी. जीत का अंतर ज्यादा नहीं था. ऐसे में इस बार भाजपा आगे न बढ़ जाए ये चिंता कांग्रेस को भी है. (himachal election 2022 voting )
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