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चंबा मेडिकल कॉलेज ने स्क्रब टाइफस को लेकर जारी किया अलर्ट, एहतियात बरतने के निर्देश

चंबा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने स्क्रब टाइफस को लेकर जिले में अलर्ट जारी किया है. मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. संजय का कहना है कि स्क्रब टायफस के ज्यादातर लक्षण चिकनगुनिया और डेंगू से मिलते-जुलते हैं.

बा मेडिकल कॉलेज ने स्क्रब टाइफस को लेकर जारी किया अलर्ट
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Published : Aug 11, 2019, 11:32 PM IST

चंबा: प्रदेश में स्क्रब टायफस से तीन लोगों की मौत के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज ने अलर्ट जारी किया है. चंबा में जनवरी से लेकर अब तक छह मामले सामने आ चुके हैं.

मेडिकल कॉलेज चंबा में पिछले साल करीब 50 से ज्यादा स्क्रब टायफस के मामले आए थे. लेकिन चंबा मेडिकल कॉलेज में टेस्ट की सुविधा नहीं होने के कारण चार मरीजों को टांडा रेफर किया गया था. इसमें तीन की मौत हो गई थी. विभाग ने मेडिकल कॉलेज में स्क्रब टायफस के लिए होने वाले सभी तरह के टेस्टों के साथ दवा की व्यवस्था कर ली है.

मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. संजय का कहना है कि स्क्रब टायफस के ज्यादातर लक्षण चिकनगुनिया और डेंगू से मिलते-जुलते हैं. इस पिस्सू के काटने से पहले तेज बुखार (करीब 103 से 104 (डिग्री फारेनहाइट) चढ़ता है. इसके साथ ही सिरदर्द, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और शरीर में कमजोरी भी आने लगती है.

वहीं, मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि चंबा मेडिकल कॉलेज में पूरी व्यवस्था भी कर ली गई है. कॉलेज प्रबंधन ने बेहतर उपचार के लिए उचित निर्देश के साथ अलर्ट जारी कर दिया है.

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चंबा: प्रदेश में स्क्रब टायफस से तीन लोगों की मौत के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज ने अलर्ट जारी किया है. चंबा में जनवरी से लेकर अब तक छह मामले सामने आ चुके हैं.

मेडिकल कॉलेज चंबा में पिछले साल करीब 50 से ज्यादा स्क्रब टायफस के मामले आए थे. लेकिन चंबा मेडिकल कॉलेज में टेस्ट की सुविधा नहीं होने के कारण चार मरीजों को टांडा रेफर किया गया था. इसमें तीन की मौत हो गई थी. विभाग ने मेडिकल कॉलेज में स्क्रब टायफस के लिए होने वाले सभी तरह के टेस्टों के साथ दवा की व्यवस्था कर ली है.

मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. संजय का कहना है कि स्क्रब टायफस के ज्यादातर लक्षण चिकनगुनिया और डेंगू से मिलते-जुलते हैं. इस पिस्सू के काटने से पहले तेज बुखार (करीब 103 से 104 (डिग्री फारेनहाइट) चढ़ता है. इसके साथ ही सिरदर्द, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और शरीर में कमजोरी भी आने लगती है.

वहीं, मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि चंबा मेडिकल कॉलेज में पूरी व्यवस्था भी कर ली गई है. कॉलेज प्रबंधन ने बेहतर उपचार के लिए उचित निर्देश के साथ अलर्ट जारी कर दिया है.

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Intro:स्क्रब टाईफस को लेकर चंबा मेडिकल कॉलेज ने जारी किया अलर्ट ,सावधानियां भी बताई घबराने की जरूरत नहीं एहतियात बरते लोग

हिमाचल में स्क्रब टायफस से अभी तक तीन लोगों की मौत के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज में प्रबंधन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। चंबा में जनवरी से लेकर अब तक छह मामले सामने आ चुके हैं। कॉलेज प्रबंधन की ओर से सभी कर्मचारियों व चिकित्सकों को निर्देश जारी कर लोगों में फैल रही बीमारियों पर नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं।

मेडिकल कॉलेज चंबा में पिछले वर्ष करीब 50 से अधिक स्क्रब टायफस के मामले आए हैं, मगर चंबा मेडिकल कॉलेज में टेस्ट की सुविधा न होने के कारण चार मरीजों को टांडा रेफर किया गया था। इसमें तीन की मौत हो गई है। विभाग ने मेडिकल कॉलेज में स्क्रब टायफस के लिए होने वाले सभी प्रकार के टेस्टों की व्यवस्था के साथ दवा की व्यवस्था कर ली है।Body: क्या है स्क्रब टायफस

स्क्रब टायफस घास में मौजूद एक विशेष प्रकार के पिस्सू की वजह से होता है। इस पिस्सू के काटने से उसकी लार में मौजूद एक बेहद खतरनाक बैक्टीरिया रिक्टशिया सुसुगामुशी मनुष्य के रक्त में फैल जाता है। सुसुगामुशी दो शब्दों से मिलकर बना है जिसका मतलब होता है सुसुगा यानी के छोटा और बेहद खतरनाक और मुशी मतलब माइट। इसके काटने से डेंगू की तरह प्लेटलेट्स की संख्या घटने लगती है। ये खुद तो संक्रामक नहीं है, लेकिन इसकी वजह से शरीर के कई अंगों में संक्रमण फैलने लगता है।

क्या कहते हैं मेडिसिन विशेषज्ञ डाक्टर संजय

स्क्रब टायफस के के ज्यादातर लक्षण चिकनगुनिया और डेंगू से मिलते-जुलते हैं। इस पिस्सू के काटने से पहले तेज बुखार (करीब 103 से 104 डिग्री फारनेहाइट) चढ़ता है। इसके साथ ही सिरदर्द, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और शरीर में कमजोरी भी आने लगती है। पिस्सू के काटने वाली जगह पर फफोलेनुमा काली पपड़ी जैसा निशान दिखता Conclusion: स्क्रब टायफस के लक्षण

-104 व 105 डिग्री तक तेज बुखार होना।

-जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार।

-शरीर में अकड़न व टूटा हुआ महसूस होना।

-अधिक संक्रमण पर गर्दन, बाजुओं के नीचे व कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना।




रोकथाम

-बुखार कैसा भी हो, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर विशेषज्ञ से परामर्श लें।

-शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें।

-घर तथा आसपास के वातारण को साफ रखें।

-घर के चारों ओर घास व खरपतवार न उगने दें।

-घर के अंदर और आसपास कीटनाशक का छिड़काव करें।

क्या कहते हैं मेडिकल कॉलेज के एमएस डाक्टर विनोद शर्मा

चंबा मेडिकल कॉलेज में आइजीएम टेस्ट की पूरी व्यवस्था के साथ दवाइयों की पूरी व्यवस्था कर दी गई है। जनवरी से लेकर चंबा में अब तक छह मामले सामने आए हैं। कॉलेज प्रबंधन ने बेहतर उपचार के लिए उचित निर्देश के साथ अलर्ट जारी कर दिया है
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