चंबा: हिमाचल प्रदेश सरकार ने आज पूरे प्रदेश भर में 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने का ऐलान किया था. इसके चलते आज प्रदेश के साथ-साथ चंबा में स्कूल खुले नजर आए, लेकिन स्कूलों में बच्चों की संख्या नाममात्र ही रही. चंबा के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मलाल में कक्षा में एक-दो छात्र ही दिखाई दिए.
हालांकि स्कूल प्रबंधन को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया है. बच्चों को स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए अलग-अलग सीटों पर बैठाया जाएगा. इस दौरान स्कूल में 50 फीसदी कम अध्यापक ही मौजूद रहे.
वहीं, दूसरी ओर स्कूल खुलने के बाद अभिभावको के मन में अपने बच्चों को लेकर डर है, जिसके चलते अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं. पिछले 6 महीनों से स्कूल बंद होने के कारण छात्र ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से पढ़ाई कर रहे थे. सरकार की और से स्कूल खोलने के दिशा-निर्देश जारी होने के चलते बच्चे भी स्कूल आने से कतरा रहे हैं.
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मलाल में पहुंची स्कूल की छात्राओं का कहना है कि उन्हें घर में बैठकर पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. सरकार की ओर से स्कूल खोले जाने के निर्देशों से छात्रों को लाभ मिलेगा. इसके चलते उन्हें अध्यापकों से सीधे तौर पर बात करने का मौका मिलेगा और छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा. छात्राओं ने कहा कि घर में भी ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई हो रही थी, लेकिन उन्हें बहुत कम चीजें समझ आ पाती थी.
6 महीने के बाद सरकार ने स्कूल खोलने का फैसला किया है, जिसके चलते अब 9वीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा. अभी सरकार की ओर से कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों के स्कूल खोलने को लेकर किसी तरह का कोई फैसला नहीं लिया गया हैं.