शिमला: पिछले बजट में प्रदेश सरकार की ओर से जिन योजनाओं की घोषणा की गई है, उसमें से अभी तक कुछ एक योजनाएं ऐसी हैं जो अभी तक शुरू नहीं हो पाई है.
ऐसी ही एक योजना है देवभूमि दर्शन योजना जो प्रदेश के वृद्धजनों के लिए प्रदेश सरकार ने अपने बीते बजट में की थी, जिसके तहत वृद्धजनों को प्रदेश के धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाई जानी है, लेकिन अभी तक इस योजना के तहत वृद्धजनों को अभी तक प्रदेश के धार्मिक स्थलों की यात्रा का लाभ नहीं मिल पाया है.
प्रदेश के वृद्धजनों का कहना है कि सरकार योजनाएं तो बना देती है लेकिन उनका लाभ सही समय से लाभार्थियों को मिल सके इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार की यह वृद्धजनों के लिए बहुत अच्छी योजना है लेकिन एक साल का इंतजार इस योजना को शुरू होने को लेकर वृद्धजनों को करना पड़ रहा है. अभी तक योजना का लाभ किसी भी बुजुर्ग को नहीं दिया गया है.
बता दें कि प्रदेश सरकार की ओर से वरिष्ठ नागरिकों को राज्य के प्रसिद्ध धार्मिक संस्थानों के दर्शन करवाने के आशय से देव भूमि दर्शन योजना आरम्भ की गई है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर और उत्तम परिवहन सुविधा के साथ राज्य के विभिन्न धार्मिक स्थलों का भ्रमण करवाना है जो वित्तीय बाधाओं के चलते ऐसी यात्रा करने में असमर्थ हैं.
हालांकि अब इस योजना के तहत पहला जत्था 16 फरवरी को शिमला से रवाना किया जा रहा है. देखा यह भी जा रहा है कि योजना को लेकर जानकारी भी पूरी तरह से वृद्धजनों को नहीं है. जिसकी वजह से अब जब साल बाद योजना शुरू हो भी रही है तो सभी बुजुर्ग इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
इस योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए इस यात्रा में 50 फीसदी की छूट और 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भ्रमण की यह सुविधा मुफ्त में दी जा रही है. इसके लिए आय सीमा भी 1 लाख तय की गई है और वृद्धजनों को देव भूमि दर्शन करवाने के लिए पर्यटन निगम की बसें, गाइड ओर होटलों का ही प्रावधान किया गया है.