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लोस चुनाव: उम्मीदवारों के नाम पर कांग्रेस करेगी मंथन, रविवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में होगी चर्चा

लोस चुनाव: उम्मीदवारों के नाम पर कांग्रेस करेगी मंथन रविवार को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में होगी चर्चा बैठक के बाद कांग्रेस के चारों संसदीय क्षेत्रों को लेकर तस्वीर साफ होगी

कांग्रेस नेता
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Published : Mar 16, 2019, 9:44 PM IST

शिमला: लोक सभा चुनाव को लेकर हिमाचल की चारों संसदीय सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस रविवार को दिल्ली में मंथन करेगी.

दिल्ली में कांग्रेस महामंत्री केसी वेणु गोपाल की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में हिमाचल के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा होगी. स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भाग लेने पीसीसी चीफ कुलदीप सिंह राठौर व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री दिल्ली रवाना हो गए हैं.

congress leader
कांग्रेस नेता

रविवार को बैठक के बाद कांग्रेस के चारों संसदीय क्षेत्रों को लेकर तस्वीर साफ होगी. बता दें कि लोक सभा चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने दावेदारों से आवेदन मांगे थे. 39 नेताओं ने चारों संसदीय सीटों से टिकट को लेकर आवेदन किया है. आवेदकों में कांगड़ा से चंद्र कुमार, शिमला से डॉ. डीआर शांडिल, जीआर मुसाफिर तथा हमीरपुर से अनिता वर्मा हैं. बाकी के अधिकांश आवेदक कांग्रेस की सेकेंड लाइन के नेता हैं.

आवेदकों का दमखम परखने को लेकर बीते दिनों चंडीगढ़ में कांग्रेस की बैठक हुई थी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाई कमान चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले ऐसे नेताओं को भी टिकट दे सकता है जिन्होंने आवेदन नहीं किया है. लिहाजा प्रदेश की चारों संसदीय सीटों पर असमंजस की स्थिति के बीच कांग्रेस में शह व मात का खेल भी शुरू हुआ है.

शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद एवं विधायक डॉ. धनी राम शांडिल को वरिष्ठ नेताओं की पसंद बताया जा रहा है. उनके अलावा पूर्व विधायक सोहन लाल, अमित नंदा तथा विनोद सुल्तानपुरी भी प्रबल दावेदारों में से एक है.

कांगड़ा संसदीय सीट से बेशक पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है, मगर टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद चंद्र कुमार के साथ उन्हें भी प्रबल दावेदार माना जा रहा है. साथ ही भरमौर से पूर्व मंत्री रहे ठाकुर सिंह भरमौरी ने भी कांगड़ा से टिकट के लिए आवेदन किया है. मगर उनका चुनाव क्षेत्र में मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है.

हमीरपुर संसदीय सीट पर प्रत्याशी का चयन कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है. यहां से अनिता वर्मा के अलावा विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा दावेदारों में शामिल हैं. मगर कांग्रेस का एक धड़ा राणा की खिलाफत कर रहा है. साथ ही राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि कांग्रेस का एक धड़ा मुकेश अग्निहोत्री तथा दूसरा धड़ा निवर्तमान पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खू को टिकट देने की वकालत कर रहा है.

कमोबेश यही स्थिति मंडी संसदीय क्षेत्र की भी है. मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है. साथ ही पंडित सुखराम भी भाजपा के साथ हैं. पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता होने के नाते पंडित सुखराम का जिला में व्यापक असर है. लिहाजा कांग्रेस को मंडी संसदीय सीट से उम्मीदवार चुनाव करने में सबसे मुश्किल हो रहा है.

कांग्रेस टिकट के लिए मंडी से पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आवेदन नहीं किया है. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनाव लडड़ने से इनकार कर रहे हैं. लिहाजा क्या कांग्रेस यहां से सेकेंड लाइन के नेता पर दांव खेल सकती है, अथवा आवेदन न करने वाले नेताओं को भी समर में उतारा जाएगा. यह रविवार को बैठक में तय होगा.

शिमला: लोक सभा चुनाव को लेकर हिमाचल की चारों संसदीय सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस रविवार को दिल्ली में मंथन करेगी.

दिल्ली में कांग्रेस महामंत्री केसी वेणु गोपाल की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में हिमाचल के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा होगी. स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भाग लेने पीसीसी चीफ कुलदीप सिंह राठौर व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री दिल्ली रवाना हो गए हैं.

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कांग्रेस नेता

रविवार को बैठक के बाद कांग्रेस के चारों संसदीय क्षेत्रों को लेकर तस्वीर साफ होगी. बता दें कि लोक सभा चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने दावेदारों से आवेदन मांगे थे. 39 नेताओं ने चारों संसदीय सीटों से टिकट को लेकर आवेदन किया है. आवेदकों में कांगड़ा से चंद्र कुमार, शिमला से डॉ. डीआर शांडिल, जीआर मुसाफिर तथा हमीरपुर से अनिता वर्मा हैं. बाकी के अधिकांश आवेदक कांग्रेस की सेकेंड लाइन के नेता हैं.

आवेदकों का दमखम परखने को लेकर बीते दिनों चंडीगढ़ में कांग्रेस की बैठक हुई थी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाई कमान चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले ऐसे नेताओं को भी टिकट दे सकता है जिन्होंने आवेदन नहीं किया है. लिहाजा प्रदेश की चारों संसदीय सीटों पर असमंजस की स्थिति के बीच कांग्रेस में शह व मात का खेल भी शुरू हुआ है.

शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद एवं विधायक डॉ. धनी राम शांडिल को वरिष्ठ नेताओं की पसंद बताया जा रहा है. उनके अलावा पूर्व विधायक सोहन लाल, अमित नंदा तथा विनोद सुल्तानपुरी भी प्रबल दावेदारों में से एक है.

कांगड़ा संसदीय सीट से बेशक पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है, मगर टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद चंद्र कुमार के साथ उन्हें भी प्रबल दावेदार माना जा रहा है. साथ ही भरमौर से पूर्व मंत्री रहे ठाकुर सिंह भरमौरी ने भी कांगड़ा से टिकट के लिए आवेदन किया है. मगर उनका चुनाव क्षेत्र में मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है.

हमीरपुर संसदीय सीट पर प्रत्याशी का चयन कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है. यहां से अनिता वर्मा के अलावा विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा दावेदारों में शामिल हैं. मगर कांग्रेस का एक धड़ा राणा की खिलाफत कर रहा है. साथ ही राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि कांग्रेस का एक धड़ा मुकेश अग्निहोत्री तथा दूसरा धड़ा निवर्तमान पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खू को टिकट देने की वकालत कर रहा है.

कमोबेश यही स्थिति मंडी संसदीय क्षेत्र की भी है. मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है. साथ ही पंडित सुखराम भी भाजपा के साथ हैं. पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता होने के नाते पंडित सुखराम का जिला में व्यापक असर है. लिहाजा कांग्रेस को मंडी संसदीय सीट से उम्मीदवार चुनाव करने में सबसे मुश्किल हो रहा है.

कांग्रेस टिकट के लिए मंडी से पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आवेदन नहीं किया है. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनाव लडड़ने से इनकार कर रहे हैं. लिहाजा क्या कांग्रेस यहां से सेकेंड लाइन के नेता पर दांव खेल सकती है, अथवा आवेदन न करने वाले नेताओं को भी समर में उतारा जाएगा. यह रविवार को बैठक में तय होगा.

लोकसभा चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर दिल्ली में कांग्रेस करेगी मंथन, स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में होगी चर्चा
शिमला। लोक सभा चुनाव को लेकर हिमाचल की चारों संसदीय सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस रविवार को  दिल्ली में मंथन करेगी। दिल्ली में कांग्रेस महामंत्री केसी वेणु गोपाल की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में हिमाचल के प्रत्याशियों को लेकर चर्चा होगी। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में भाग लेने पीसीसी चीफ कुलदीप सिंह राठौर व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अज्निहोत्री दिल्ली रवाना हो गए हैं। रविवार को बैठक के बाद कांग्रेस के चारों संसदीय क्षेत्रों को लेकर तस्वीर साफ होगी। 
बता दे   कि लोक सभा चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने दावेदारों से आवेदन आमंत्रित किए थे। 39 नेताओं ने चारों संसदीय सीटों से टिकट को लेकर आवेदन किया। आवेदकों में चार हेवीवेट कांगड़ा से चंद्र कुमार, शिमला से डॉ डीआर शांडिल व जीआर मुसाफिर तथा हमीरपुर से अनिता वर्मा हैं। बाकी के अधिकांश आवेदक कांग्रेस की सेकेंड लाइन के नेता हैं। आवेदकों का दमखम परखने को लेकर कांग्रेस की बीते दिनों चंडीगढ़ में बैठक हुई थी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाई कमान चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले ऐसे नेताओं को भी टिकट दे सकता है जिन्होंने आवेदन नहीं किया। लिहाजा प्रदेश की चारों संसदीय सीटों पर असमंजस की स्थिति के बीच कांग्रेस में शह व मात का खेल भी शुरू हुआ है। 
  शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद एवं विधायक डॉ धनी राम शांडिल को वरिष्ठ नेताओं की पसंद बताया जा रहा है। उनके अलावा पूर्व विधायक सोहन लाल, अमित नंदा तथा विनोद सुल्तानपुरी भी प्रबल दावेदारों में है। 
कांगड़ा संसदीय सीट से बेशक पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है, मगर टिकट की दौड़ में पूर्व सांसद चंद्र कुमार के साथ उन्हें भी माना जा रहा है। साथ ही भरमौर से पूर्व मंत्री रहे ठाकर सिंह भरमौरी ने भी कांगड़ा से टिकट के लिए आवेदन किया है। मगर उनका चुनाव क्षेत्र में मंडी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा है। 
हमीरपुर संसदीय सीट पर प्रत्याशी का चयन कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। यहां से अनिता वर्मा के अलावा विधायक राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा दावेदारों में हैं। मगर कांग्रेस का एक धड़ा राणा की खिलाफत कर रहा है। साथ ही राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि कांग्रेस का एक धड़ा मुकेश अज्निहोत्री तथा दूसरा धड़ा निवर्तमान पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खू को टिकट देने की वकालत कर रहा है। कमोवेश यही स्थिति मंडी संसदीय क्षेत्र की भी है। मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है। साथ ही पंडित सुखराम भी भाजपा के साथ हैं। बतौर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता होने के नाते पंडित सुखराम का जिला मे ंव्यापक असर है। लिहाजा कांग्रेस को मंडी संसदीय हलके से उम्मीदवार चुनाव सबसे मुश्किल प्रतीत होता है। कांग्रेस टिकट के लिए मंडी से पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आवेदन नहीं किया है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चुनाव लडऩे से इनकार कर रहे हैं। लिहाजा क्या कांग्रेस यहां से सेकेंड लाइन के नेता पर दाव खेल सकती है अथवा आवेदन न करने वाले नेताओं को भी समर में उतारा जाएगा, यह रविवार को बैठक में तय होगा। 


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