बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी मंदीर में बंदरों का आतंक है. कोरोना कर्फ्यू के बीच बंदरों ने दुकानदारों का भारी नुकसान किया है. कई दिनों से मंदिर बंद हैं. बंदर को श्रद्धालु अक्सर प्रसाद खाने के दिया करते थे. बंदर लोगों के हाथों से फल फ्रूट और खाने-पीन का सामान छीनकर खाते थे, लेकिन इन दिनों मंदिर बंद हैं. ऐसे में बंदर भूख-प्यास से तड़प रहे हैं.
भूख मिटाने के लिए बंदर अब मंदिर के आस-पास बनी दुकानों में सेंधमारी कर कर रहे हैं. छोटे-छोटे बंदर टीन शेड से बनी दुकानों में छत या टूटे हुए खिड़की-दरवाजों के रास्ते अंदर घुसकर प्रसाद के पैकेट निकाल के खा रहे हैं. बंदरों ने दुकानों के अंदर रखे अन्य सामान को भी बर्बाद कर दिया है. ऐसे में दुकानदारों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है. एक तो पहले से ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आना जाना बंद है तो वहीं ऊपर से इन बन्दरों के उत्पात से दुकानदारों को भारी नुकसान हो रहा है.
दुकानदारों की सरकार में मांग
दुकानदारों का कहना है कि पिछले वर्ष भी लॉकडाउन (lockdown) में बंदरों ने काफी नुकसान किया था और इस बार भी बंदरों ने दुकानों में सेंधमारी की है. दुकान के अंदर रखे सामान को भी बंदर बिखेर देते हैं और खाने के लिए भी ले जाते हैं.
ज्यादातर दुकानदार आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से हैं. मन्दिर बंद होने के कारण दिहाड़ी मजदूरी करने के लिए कई दुकानदार दुकानें बंद कर मजदूरी कर रहे हैं. दुकानदारों ने सरकार से मांग की है कि उन्हें सरकार के द्वारा कोई न कोई सहायता दी जाए.
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