बिलासपुर: स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चर्चाओं में रहने वाला क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर की दशा अब सुधरना शुरू हो गई है. बिलासपुर अस्पताल में 25 चिकित्सकों के पदों में से अब 21 चिकित्सकों ने सेवाएं देना शुरू कर दी है. कभी 10 चिकित्सकों के सहारे जिला के मरीजों का स्वास्थ्य संभालने वाला अस्पताल अब हर विशेषज्ञ के साथ भर गया है. जिला अस्पताल में हर रोग के विशेषज्ञ की भी तैनाती हो गई है. वहीं, यह विशेषज्ञ ओपीडी में सेवाएं भी दे रहे हैं.
गौरतलब है कि बिलासपुर अस्पताल में हर सुविधा होने के बावजूद भी चिकित्सकों की हमेशा कमी रहती थी. इसके चलते आए दिन यहां पर मरीज के साथ आए तीमारदारों द्वारा अस्पताल में हंगामा भी किया जाता था. कई मामले तो ऐसे भी थे जिनको पुलिस के आने पर सुलझाया गया, लेकिन अब चिकित्सकों की कमी पूरी हो गई और अस्पताल में अब हर ओपीडी के बाहर मरीजों को भी देखा जा रहा है.
वहीं, अस्पताल में तैनात एमएस डॉ. राजेश अहलूवालिया ने बताया कि चिकित्सकों की संख्या बढ़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने भी ओपीडी को बड़ा करने का निर्णय लिया है. अब ओपीडी को अस्पताल में बढ़ाया जाएगा, ताकि हर स्थान पर विशेषज्ञ ओपीडी के भीतर अपनी सेवाएं दे सकें.
यह चिकित्सक दे रहे सेवाएं
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सतीश शर्मा व डॉ. अंकुर धर्माणी, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुपम शर्मा व अनु बाला चंदेल, ईएनटी डॉ. मंजीत, आंखों के विशेषज्ञ डॉ. वंदना, सर्जन डॉ. ऋषि नाभ व शमशेर सिंह, ऑर्थो सर्जन डॉ. तरुण, मनोवैज्ञानिक डॉ. नीरज कंवर, डॉ. अभिषेक, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. विपन गर्ग, डॉ. अनंत राम, डॉक्टर वंदना गौतम, डॉक्टर दीक्षा, डॉक्टर नितेश मित्तल, डॉक्टर अतुल शर्मा, डॉक्टर अमित शर्मा, डॉक्टर सौरभ शर्मा, डॉक्टर सचिन शर्मा, डॉक्टर अमित जैन व डेंटिस्ट में डॉ. प्रशांत आचार्य, डॉ. अरुण पटियाल व डॉ. प्रशांत पठानिया अपनी सेवाएं दे रहे है.
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