बिलासपुर: जिला बिलासपुर 132 प्राइमरी निजी स्कूलों का नवीनीकरण कार्य कोविड के चलते लटक गया है. जिला के इन निजी स्कूलों का नवीनीकरण नहीं होने के चलते अब निजी स्कूल प्रबंधन की दाखिला प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है. शिक्षा विभाग बिलासपुर ने माना कि कोविड के चलते यह कार्य नहीं हो पाया है, क्योंकि इस प्रक्रिया के लिए एक कमेटी का गठन किया जाता है. जिसमें कमेटी निजी स्कूलों के पैरामीटर जांच करती है, उसके बाद उनको नवीनीकरण दिया जाता है.
निजी स्कूलों का नवीनीकरण कार्य अटका
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन सिंह ने बताया कि जिला में 132 निजी प्राइमरी स्कूल है. इन सभी के आवेदन नवीनीकरण के लिए आ चुके हैं, लेकिन यह कार्य नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि इस नवीनीकरण कार्य के लिए एक कमेटी बनाई जाती है, जिसमें वह स्कूल स्टाफ, फर्नीचर, रिक्वायरमेंट रूम्स, प्लेग्राउंड, टीजीटी स्टाफ सहित अन्य कई पैरामीटर देखते हैं.
बंद होने की कगार पर स्कूल
अगर इनमें से एक भी पैरामीटर पूरा नहीं होता है तो उसे नवीनीकरण के लिए अप्रूवल नहीं मिलती है. उन्होंने बताया कि जब तक शिक्षा विभाग की ओर से नवीनीकरण नहीं दी जाती है तब तक निजी स्कूल प्रबंधक अपने स्तर पर स्कूल दाखिला प्रक्रिया भी आरंभ नहीं कर सकता है. प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो उनका कहना है कि जिला के कुछ स्कूल के पैरामीटर पूरे नहीं हुए हैं, जिसके चलते यह स्कूल बंद होने की कगार पर है. शिक्षा विभाग की ओर से कभी भी इन स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए जा सकते हैं.
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