बिलासपुर: राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेशाध्यक्ष दीपक राठौर ने कहा कि हिमाचल सरकार ने कोविड समय में आत्मघाती निर्णय लिए हैं. हिमाचल में जनमंच करना, बाहरी राज्यों से टूरिस्ट के लिए प्रदेश खोलना. इन दो निर्णयों की वजह से आज प्रदेश की यह हालात हो गई है.
उन्होंने कहा कि सरकार ने ऑफिस व स्कूलों के खोलने के निर्णय भी आज हिमाचल की जनता पर भारी पड़ रहे है. क्योंकि जनमंच व टूरिज्म के बाद ही हिमाचल में कोरोना के मामले बढ़ना शुरू हुए है. इससे पहले हिमाचल में ज्यादा कोरोना के मामले नहीं थे, लेकिन जब से बाहरी राज्यों के लोगों को आगमन हिमाचल में हुआ है तब से कोरोना के मामले बढ़ना शुरू हो गए हैं.
आज हिमाचल में कोरोना ने महामारी का रूप धारण कर लिया है
राठौर ने कहा कि जनमंच में भी एक साथ सैंकड़ों लोग एकत्रित हो जाते है. ऐसे में यहां पर कौन व्यक्ति संक्रमित है कौन नहीं, यह पता लगाना मुश्किल हो जाता है, लेकिन हिमाचल सरकार ने ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचा और आज हिमाचल में कोरोना ने महामारी का रूप धारण कर लिया है.
उन्होंने कहा कि सरकार को किसी बुद्विजीवी लोगों की सलाह लेनी चाहिए. क्योंकि कोविड के समय में जो भी सरकार ने निर्णय लिए है वह आमजन के लिए घातक सिद्व हो रहे है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में स्कूलों को खोलना भी सरकार का सबसे बड़ा गलत निर्णय है. अब स्कूल फिर से बंद करने से क्या होगा, क्योंकि इससे पहले ही लोग अधिक संक्रमित हो चुके है.
जनमंच कार्यकम होने की वजह से कोरोना के मामले अधिक बढ़े हैं
उन्होंने कहा कि पिछले माह सरकार द्वारा फिर से शुरू किया गया जनमंच कार्यकम होने की वजह से कोरोना के मामले अधिक बढ़े है. क्योंकि जनमंच खत्म होने के बाद लोगों में कोरोना के केस के आंकड़ों में वद्वि देखी गई. परंतु सरकार इन निर्णयों पर खरी नहीं उतरी है, जिसका खामियाजा आज हिमाचल की जनता को भुगतना पड़ता है.