बिलासपुर: मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बागवानी विभाग काफी प्रयास कर रहा है. इसको लेकर किसान बागवानों को ट्रेनिंग भी करवाई जा रही है. कोरोना काल के चलते ट्रेनिंग ऑनलाइन होगी. मशरूम खेती के लिए प्रत्येक बागवान को विभाग की तरफ से सब्सिडी के तौर पर मशरूम के 400 बैग दिए जाने का प्रावधान है.
मशरूम विक्रय के लिए ट्रांस्पोर्टेशन की व्यवस्था भी की जाएगी. बागवानी विभाग बिलासपुर के उपनिदेशक डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि जिला में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इस बारे में विभिन्न माध्यमों से जनता को जागरूक किया जा रहा है.
डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि जिला में कलस्टर स्तर पर कंदरौर, दगसेच, प्राहू और कपाहड़ा क्षेत्रों में किसान-बागवान मशरूम उत्पादन से जुड़े हुए हैं और बड़े स्तर पर इसका उत्पादन कर अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से समय-समय पर ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत बागवानों को मशरूम खेती के लिए ट्रेंड किया जा रहा है.
डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि इस बार ट्रेनिंग का शेड्यूल नवंबर में तय किया जाएगा. किसान बागवानों को छह दिन की ट्रेनिंग डायरेक्टरेट ऑफ मशरूम रिसर्च इंस्टीच्यूट चंबाघाट सोलन में करवाई जाएगी. कोरोना की वजह से इस बार ट्रेनिंग ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत कराए जाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि किसान बागवान घर बैठे ही ऑनलाइन मशरूम उत्पादन के साथ ही खाद तैयार करने की विधि जानेंगे.
डॉ. विनोद कुमार शर्मा के अनुसार आने वाले समय में बड़े स्तर पर जिला में मशरूम उत्पादन किया जाएगा, जिसके लिए विभाग हरसंभव प्रयास कर रहा है. ट्रेनिंग के लिए 40 किसान बागवान का चयन होगा. इन किसानों की ट्रैनिंग फ्री होगी साथ ही मशरूम विक्रय के लिए ट्रांस्पोर्टेशन की व्यवस्था भी विभाग की ओर से करवाई जाएगी. जिला में मशरूम उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं और काफी किसान इस खेती से सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं.