बिलासपुर: हिमाचल के विश्वविख्यात शक्तिपीठों पर शनिवार सुबह की आरती के साथ पूजा अर्चना के साथ विधिवत रूप से माताजी के शारदीय नवरात्रि शुरू हो गए. इन नवरात्रों के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, बिहार और अन्य प्रदेशों से इसके अलावा विदेशों से भी माताजी के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं.
विश्वविख्यात शक्तिपीठ नैना देवी में भी सुबह की आरती के साथ पूजा अर्चना के साथ विधिवत रूप से मां नैना देवी के नवरात्र शुरू हुए. हालांकि कोविड-19 महामारी के चलते हिमाचल प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों से मंदिर में हवन यज्ञ करने, गर्भ गृह में जाने और लंगर लगाने पर मनाही है. आज नवरात्रि का पहला दिन है और पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जा रही है. वहीं, काफी संख्या में श्रद्धालु सुबह-सुबह माताजी के दरबार में नवरात्र पूजन के लिए पहुंच रहे हैं.
श्रद्धालुओं का उत्साह पूरी तरह से बरकरार है. श्रद्धालुओं का यह भी मानना है की माता रानी की कृपा से ही कोविड-19 महामारी का नाश हो सकेगा. जबकि मंदिर के पुजारी दीपक भूषण का कहना है कि शारदीय नवरात्रों में माता जी के पूजन का विशेष महत्व रहता है जो भी भक्तजन माता जी की पूजा अर्चना करते हैं, माता उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं.
मंदिर को पूरी तरह से सजाया गया है. रात के समय माता के मंदिर का दृश्य बहुत ही मनमोहक है. इसके अलावा जो श्रद्धालु माता जी के दर्शन के लिए आते हैं. उनके लिए जगह-जगह सैनेटाइज की व्यवस्था की गई है ताकि श्रद्धालु आराम से माता जी के दर्शन कर सकें और अपने घरों को खुशी-खुशी लौट सकें.
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