बिलासपुरः राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेले में व्यापारियों के चेहरे मायूस नजर आ रहे हैं. व्यापारियों ने दुकानें तो लगा दी हैं लेकिन दुकानों में लोग बहुत कम पहुंच रहे हैं. इसमें कोविड का खतरा अधिक माना जा सकता है, क्योंकि कोरोना के मामले प्रतिदिन बढ़ना शुरू हो गए हैं. ऐसे में अब लोगों ने अपने घरों से निकलना भी कम कर दिया है.
घाटे का सौदा बनी दुकानदारी
वहीं, नलवाड़ी मेले में खाद्य पदार्थ बेचने वाले व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने हजारों रूपये के स्टाॅल लिए हुए हैं और सब मिलाकर लाखों रूपये अपनी दुकानों पर लगा चुके हैं. लेकिन अब यह दुकानदारी उन्हें घाटे का सौदा लग रही है.
सूने पड़े हुए हैं स्टाॅल
पत्रकारों को जानकारी देते हुए व्यापारियों ने कहा कि तीन दिन उन्हें दुकान लगाए हो गया हैं. लेकिन एक हजार रूपये तक की भी दिहाड़ी नहीं लग रही है. स्टाॅल सारे सूने पड़े हुए हैं. लोग स्टाॅलों में नहीं आ रहे हैं.
नलवाड़ी मेले में नहीं पहुंच रहे लोग
वहीं, नलवाड़ी मेले की भी बात करें तो यहां पर लोग कम पहुंच रहे हैं. लोगों का नलवाड़ी मेले में इस बार कम क्रेज दिखाई दे रहा है. जिसके चलते यह मेला कहीं न कहीं कोविड के कारण फलाॅप नजर भी आना भी शुरू हो गया है.
23 मार्च तक सभी मेले खत्म करने के आदेश
गौरतलब है कि जयराम सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते अब 23 मार्च तक सभी मेले खत्म करने के आदेश जारी किए हैं. ऐसे में व्यापारियों को अब और चिंताएं सताना शुरू हो गई हैं. क्योंकि दुकानों में काम तक नहीं है और अब मेलों पर प्रतिबंध होने की वजह से यह चिंताएं और बढ़ जाएंगी.
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डूम में भी इस बार कम लगी दुकानें
बता दें कि नलवाड़ी मेले की शान एक बड़ा डूम लगना होता था. जिसमें एक छत के नीचे लगभग 100 से अधिक दुकानें हुआ करती थी. परंतु इस बार डूम में 50 प्रतिशत भी दुकानें नहीं लग पाई हैं. जिसके कारण मेले में रौनक कुछ फीकी नजर आ रही है.
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