बिलासपुरः मोरसिंघी हैंडबाॅल नर्सरी के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल व भारत का नाम रोशन कर रहे हैं. इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष डाॅ.आनंदेश्वर पांडेय ने कहा कि हैंडबाॅल के क्षेत्र में मोरसिंघी नर्सरी ने अपनी मेहनत से बड़ा मुकाम हासिल किया है. इस नर्सरी के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल व भारत का नाम रोशन कर रहे हैं. इसका श्रेय खुद अंतरराष्ट्रीय हैंडबाॅल खिलाड़ी रह चुकी स्नेहलता और उनके पति सचिन चैधरी को जाता है. ये दोनो बच्चों की प्रतिभा तराशकर उनका खेल निखार रहे हैं. इसके लिए स्नेहलता के पिता एवं मोरसिंघी पंचायत प्रधान जगदीश ठाकुर भी बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने हैंडबाॅल नर्सरी के लिए 4 बीघा भूमि दान की है.
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा की चमक बिखेर रहे खिलाड़ी
मंगलवार को मोरसिंघी हैंडबाॅल नर्सरी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आनंदेश्वर पांडेय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के बाद ज्यादातर खिलाड़ी आराम करना चाहते हैं, लेकिन स्नेह व सचिन नौकरी करने के साथ ही छोटे-छोटे बच्चों की प्रतिभा को तराशने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इसी का नतीजा है कि इस नर्सरी की कई खिलाड़ी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा की चमक बिखेर रहे हैं. हैंडबाॅल को बढ़ावा देने के लिए जितना काम इस छोटे से गांव में हो रहा है, उतना काम बड़े शहरों में भी नहीं होता. इसके लिए स्थानीय लोग भी बधाई के पात्र हैं.
नर्सरी के लिए एक लाख रुपये देने का ऐलान
हैंडबाॅल फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ए. जगनमोहन राव ने कहा कि मोरसिंघी नर्सरी के खिलाड़ियों ने देश-विदेश में अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरी है. इसे देखने के लिए वह खुद मोरसिंघी आना चाहते थे. उनकी यह इच्छा आज पूरी हुई है. महिला हैंडबाॅल खिलाड़ियों के लिए यह देश की इकलौती नर्सरी है. उन्होंने स्नेहलता व सचिन चैधरी के साथ ही खिलाड़ियों से मेहनत जारी रखने का आह्वान करते हुए कहा कि फेडरेशन की ओर से यथासंभव सहयोग दिया जाएगा. उन्होंने नर्सरी के लिए अपनी ओर से एक लाख रुपये देने का ऐलान किया. वहीं, आनंदेश्वर पांडेय ने हैंडबाॅल नर्सरी में बनाए जा रहे जिम के लिए हर जरूरत पूरी करने का आश्वासन दिया.
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