बिलासपुरः गोबिंदसागर झील के पर्यटन शृंगार के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा. जिलाधीश भी लुहणू व आसपास एरिया का जायजा ले चुके हैं. इस एरिया को पर्यटन लिहाज से विकसित किया जाएगा. इसके तहत ओपन जिम, रेस्तरां सहित अन्य वह सब चीजें होंगी जो पर्यटन आकर्षण का केंद्र होंगी. योजना के तहत झील किनारे लुहणू मैदान को पर्यटन की दृष्टि से चरणबद्ध ढंग से विकसित किया जाएगा, ताकि कुल्लू मनाली जाने से पहले पर्यटक बिलासपुर का नजारा ले सकें.
लुहणू में पैराग्लाइडिंग की लैंडिंग साइट को किया जाएगा विकसित
बिलासपुर के जिलाधीश रोहित जम्वाल ने बताया कि बिलासपुर में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. लुहणू में पैराग्लाइडिंग की लैंडिंग साइट भी सही तरीके से विकसित की जाएगी, क्योंकि बंदला साइट को अप्रूवल मिलने के बाद साइट से संबंधित मसलों का समाधान भी किया जा रहा है. आने वाले समय में यहां पर पैराग्लाइडिंग की एक्टिविटीज को बढ़ावा मिलेगा, जिससे पर्यटन विकास होगा.
वाटर स्पोर्ट्स पर भी करेंगे फोकस
इसके साथ ही वाटर स्पोर्ट्स पर भी फोकस किया जाएगा. इस बाबत भी खेल विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर योजना तैयार करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि झील किनारे लुहणू मैदान में पर्यटन लिहाज से काफी कुछ किया जा सकता है, जिससे स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे.
पर्यटन विकास पर होगा पूरा फोकस
रोहित जम्वाल के अनुसार पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ इस संदर्भ में जल्द ही बात की गई है और आगामी समय में झील के पर्यटन शृंगार के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि सरकार का भी पर्यटन विकास पर पूरा फोकस है. इसके अलावा अलीखड्ड में प्रस्तावित कृत्रिम झील निर्माण की योजना पर भी काम हो रहा है.
रोहित जम्वाल ने बताया कि इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सिरे चढ़ाया जाएगा. झील में सारा साल पानी उपलब्ध होने पर वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों को घूमने के लिए एक रोमांच मिलेगा. इससे आसपास क्षेत्रों के किसानों की भूमि को सिंचाई के लिए सुविधा भी उपलब्ध होगी.
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