बिलासपुर: डाइट (District Institute of Education and Training) जुखाला में डीएलएड की प्रैक्टिकल परीक्षा में छात्रा दीपांशी ठाकुर को कम अंक लगाने का मसला अब DC बिलासपुर के पास पहुंच गया है. डीएलएड की इस छात्रा ने द्वितीय वर्ष की परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया है, लेकिन इस दूसरे साल की प्रैक्टिकल Examination में थोड़े ज्यादा नंबर लगे होते तो यह छात्रा टॉप भी कर सकती थी. जिसको लेकर इस छात्रा ने कम नंबर लगने पर आपत्ति जताई है. इसकी शिकायत छात्रा ने डाइट प्रिंसिपल के साथ भी की है, ताकि उसे न्याय मिल सके.
अभिभावकों के साथ DC बिलासपुर से मिली छात्रा और परिजन: शनिवार को दीपांशी ठाकुर के पिता विनोद ठाकुर, माता सुमन ठाकुर सहित अन्य लोगों ने DC बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक से इस मसले को लेकर मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि डाइट जुखाला में उनकी बेटी ने कम नंबर लगने के चलते आगे पढ़ने को लेकर मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा के क्षेत्र में ही इस तरह की मनमानी होगी तो शिक्षकों से भी लोगों का विश्वास उठ जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने कड़ी मेहनत की. दूसरा स्थान हासिल किया, लेकिन यदि Practical में सही अंक लगे होते तो उनकी बेटी Top भी कर सकती थी. अभिभावकों ने कहा कि यदि उनकी बेटी ने कोई गलत कदम उठाया तो इसकी जिम्मेदारी डाइट जुखाला की होगी. जिसके चलते उनकी बेटी के हुए अन्यायपूर्ण रवैये को लेकर उचित कदम उठाए जाएं.
क्या बोले डीसी बिलासपुर: उधर, DC बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने लोगों को आश्वासन दिया कि इस ओर उचित कदम उठाए जाएंगे. वहीं, उन्होंने इस मसले की जांच की जिम्मेदारी ADC बिलासपुर को सौंपी है. साथ ही डाइट जुखाला के प्रधानाचार्य को भी निर्देश दिए हैं कि इस मसले को लेकर उचित कदम उठाए जाएं.
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