बिलासपुर: उद्यान विभाग ने सूबे के चार जिलों में क्लस्टर लगाकर उनमें खेती करने की शुरुआत की है. हमीरपुर, कांगडा, मंडी व बिलासपुर को चिन्हित करके यहां पर अमरूद, लिची, मौसमी व अनार की खेती की जा रही है. शिवा प्रोजेक्ट के तहत किए जा रहे इस कार्य में 10 से 15 हेक्टेयर की भूमि पर पैदावार की जा रही है.
बताया जा रहा है कि बागवानों के लिए इस प्रोजेक्ट के तहत निःशुल्क सेवाएं दी जाएंगी. प्रोजेक्ट के तहत बागवानों को सिंचाई सुविधा के लिए चेकडैम भी बनाए जाएंगे. जहां-जहां आईपीएच विभाग की सिंचाई स्कीमें हैं, उनका भी इस प्रोजेक्ट के तहत इस्तेमाल किया जा सकता है.
इस प्रोजेक्ट के तहत बागवानों की फसलों को बचाने के लिए धरातल से 6 फीट ऊंचाई तक कंटीली तारें लगाने के साथ इनके ऊपर सोलर फेंसिंग की जाएगी, ताकि लावारिस पशु और अन्य जानवर फसलों को नुकसान न पहुंचा सकें. इससे पहले सोलर फेंसिंग को जानवर तोड़ देते थे.
किसानों के ऊपर क्लस्टरों में की जा रही खेती का पूरी जिम्मेदारी
बता दें कि किसानों के समूहों को बनाकर इन क्लस्टरों में की जा रही खेती का पूरा जिम्मा इन किसानों पर है. हालांकि अभी तक यह खेती सूबे के सिर्फ चार जिलों में की जा रही है. अगर यह ट्रायल सफल रहा तो विभाग सूबे में यह क्लस्टर तैयार करके सभी जिलों में इसकी पैदावार करना शुरू कर देगा. विभाग ने यह क्लस्टर जिला की पेयजल योजनाओं के साथ स्थापित किया है. ताकि इन पैदावार को पर्याप्त पानी मिल सके और इसकी पैदावार सही मायने में ठीक निकले.
वहीं, उद्यान विभाग का कहना है कि अगर ट्रायल सही रहा तो प्रदेश में 104 क्लस्टर बनाने की कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी. उद्यान विभाग बिलासपुर के उपनिदेशक विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि शिवा प्रोजेक्ट के तहत सूबे के चार जिलों में क्लस्टर बनाए गए हैं. जिनमें अमरूद, लिची, मौसमी व अनार की खेती की जा रही है.
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