बिलासपुर: स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने शनिवार को घुमारवीं सिविल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया. इस मौके पर उनके साथ विधायक राजेश धर्मानी भी उपस्थित रहे. स्वास्थ्य मंत्री ने हॉस्पिटल का बारीकी से निरीक्षण भी किया और समस्याओं के निवारण के आश्वासन भी दिए. इसी दौरान एक चाय बेचने वाला शख्स अपनी समस्या को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के पास पहुंचा और स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल से बेटे के नौकरी को लेकर गुहार लगाई.
बुजुर्ग पिता ने स्वास्थ्य मंत्री से लगाई गुहार: दरअसल, हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल से एक बुजुर्ग पिता ने गुहार लगाई. फरियादी ने कहा वह 40 वर्षों से हॉस्पिटल के सामने चाय बेचने का काम करता है. आर्थिक तंगी के बावजूद उसने बेटे को 2006-07 में ड्राइंग टीचर की ट्रेनिंग भी करवाई. उसके बाद उसने 4 बार कमीशन की परीक्षा भी उतीर्ण की है, लेकिन फिर भी उसे नौकरी नही लगी है. जिसके चलते उन्हें अपने बच्चों को रोजगार मिलने की उम्मीद भी टूटती नजर आ रही है. अब जिंदगी के इस पड़ाव में चाय बेचने के लिए भी असमर्थ है. वही स्वास्थ्य मंत्री ने जल्द ही रुकी भर्तियों के परिणाम निकालने का आश्वासन दिया.
5 वर्षों से नहीं हुई दंत चिकित्सक की नियुक्ति: हिमाचल प्रदेश दंत चिकित्सक वेलफेयर सोसाइटी के प्रदेश सचिव केशव गर्ग ने कहा करीब 5 वर्षों से किसी भी दंत चिकित्सक की नियुक्ति नहीं की गई. उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा सरकार अति शीघ्र उनका संज्ञान लें और हॉस्पिटल में रिक्त पदों को तत्काल भरने की प्रक्रिया शुरू करें. डॉ केशव गर्ग ने बताया प्रदेश में करीब 3000 दंत चिकित्सक बेरोजगार हैं. सरकार को चाहिए कि वह सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दंत चिकित्सकों को तैनात करें. वहीं, स्थानीय विधायक राजेश धर्मानी ने भी हॉस्पिटल में विशेषज्ञ न होने की समस्या से स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया.
स्वास्थ्य मंत्री ने किया नये भवन का निरीक्षण: स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में बन रहे नये भवन का भी निरीक्षण किया. उन्होने बताया कि लोगो को बेहतर स्वस्थ्य सुविधाएं मिले, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है. कांग्रेस सरकार ने जो लोगो से वादे किए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा.
ये भी पढ़ें: NPA के मुद्दे पर बेनतीजा रही स्वास्थ्य मंत्री और डॉक्टर्स की बातचीत, 29 मई से पेन डाउन स्ट्राइक का ऐलान