बिलासपुर: घुमारवीं शहर के कूड़े को बाड़ी करंगोड़ा से कुछ ही दूरी पर एकांत स्थान नालू के पास से सीधे सीर खड्ड में फेंका जा रहा है. वहीं, स्थानीय लोगों पहले भी इसका विरोध कर चुके हैं, लेकिन इन दिनों कर्फ्यू का फायदा उठाकर शहर के कूड़े को नगर परिषद टेंपो में भरकर उक्त स्थान पर फेंक रहा है.
नगर परिषद का कहना है कि शहर से सूखा और गिला कूड़ा व प्लास्टिक को अलग-अलग इकट्ठा किया जाता है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. शहर के कूड़े को सोमवार के दिन बाड़ी करंगोड़ा से कुछ ही दूरी पर फेंकते हुए देखा गया. कूड़ा फेकने की जगह के पास ही सीर खड्ड भी है. बारिश होने पर यह सारा कूड़ा सीधे खड्ड में मिल जाएगा, जिससे इस खड्ड में बनी पेयजल योजनाओं के दूषित होने का खतरा अधिक बना रहता है. वहीं, इससे बीमारियां फैलने का डर भी है और लोग पहले ही कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहे हैं.
करंगोड़ा गांव के लोगों ने कहा कि घुमारवीं शहर के कूड़े को किसी भी सूरत में जंगल या खड्ड के किनारे फेंकने नहीं दिया जाएगा. नगर परिषद घुमारवीं शहर में ही कूड़ा फेंकने का इंतजाम करे. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू का फायदा उठाकर नगर परिषद के यहां कूड़ा फका पर लोग विरोध करेंगे.
बता दें कि पहले भी यहां पर शहर के कूड़े को नगर परिषद द्वारा फेंका जाता था, लेकिन लोगों ने इसका विरोध किया. इसके बाद नगर परिषद ने यहां पर कूड़ा फेंकना बंद कर दिया था, लेकिन नगर परिषद कर्फ्यू का फायदा उठा रही है. शहर के कूड़े को करंगोड़ा के समीप फेंका जा रहा है. वहीं, नगर परिषद अध्यक्ष का कहना है कि कूड़ा पहले की तरह रोहल को ही ले जाया जा रहा है. पट्टा पंचायत प्रधान प्रोमिला देवी ने कहा कि शहर के कूड़े को पंचायत के किसी भी हिस्से में नहीं फेंकने दिया जाएगा.
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