बिलासपुर: जनता द्वारा सत्ता से बाहर किए जाने पर अपनी भड़ास निकालने के लिए बीते रोज बिलासपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का यह बयान कि मौजूदा सरकार लोकप्रिय न होकर लाॅकप्रिय है, अति निंदनीय है. पूर्व सीएम को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि अब जनता ने उन्हें बाहर बिठा दिया है. यही नहीं
जितना जल्दी हो सके भाजपाइयों को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि अब वे विपक्ष में हैं. यह बात रविरवार को बिलासपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व विधायक तथा पीसीसी महासचिव बंबर ठाकुर ने कही.
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में कांग्रेस के 40 विधायक हैं, जबकि सदर बिलासपुर और श्री नैना देवी जी का निर्णय भी जल्द माननीय उच्च न्यायालय से आने वाला है. उन्हें विश्वास है कि फैसला उनके पक्ष में आएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुमत उनके पास है, ऐसे में प्रदेश की कांग्रेस सरकार वास्तव में लोकप्रिय है. बंबर ठाकुर ने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने तय षड़यंत्र के तहत सरेआम लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई तथा उनके पक्ष में आए 569 मतों को तानाशाही तरीके से अवैध घोषित करवा दिया.
उन्होंने कहा कि यह सब दिल्ली में बैठे नेताओं के ईशारे पर हुआ. क्योंकि प्रदेश की साख तो उन्होंने गवां ही दी, जबकि सदर में हेराफेरी कर ऐसे व्यक्ति को कमान दी गई जो यहां से ताल्लुक ही नहीं रखता. उन्होंने कहा कि चुनावों के समय पैसों के दम पर एड़ी चोटी का जोर लगाने वाले भाजपा नेताओं ने युवाओं को नशे की गर्त में धकेला है. बंबर ठाकुर ने कहा कि पूर्व सीएम के राजनीतिक सलाहकार के आगे पीछे यही नशा माफिया रहते थे, जो अब पुलिस द्वारा पकड़े जा रहे हैं. लेकिन, शर्म की बात है कि भाजपा नेता इनके बारे में कुछ नहीं बोल पा रहे.
उन्होंने कहा कि सदर में हुए विधानसभा चुनाव को उच्च न्यायालय में चैलेंज किया गया है तथा थोपे गए विधायक को समन भी भेजा गया था. लेकिन खुद को अधिवक्ता बोलने वाला और संविधान को सर्वोपरि मानने वाला यह व्यक्ति डेढ़ महीने से सम्मन नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा का यह नेता समन या आरोपों से यह ज्यादा दिनों तक भाग नहीं पाएगा. देश की न्याय व्यवस्था पाताल से भी ऐसे लोगों को बाहर खींच निकालेगी.
बंबर ठाकुर ने कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार की तमाम संपत्तियों की जांच होनी चाहिए कि ऐसा इन्होंने क्या काम कर दिया कि शिमला में कोठियां तक खरीद ली. उन्होंने आरोप लगाया कि इन्हीं सलाहकार की चंडीगढ़ और विदेश में भी प्रॉपर्टी है. इन संपत्तियों की जांच को लेकर कांग्रेस पार्टी शीघ्र राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगी और इनके काले कारनामे बाहर निकालने की मांग करेगी.
ये भी पढ़ें: सुरेश कश्यप के घर का घेराव करने पहुंची महिला कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, सांसद की पत्नी बोली- 'चाय पीकर जाना'