ETV Bharat / state

बिलासपुर सर्किल में विकसित होगी 2 मॉडल नर्सरी, औषधीय पौधों से गुलजार होगी Nursery

हिमाचल प्रदेश में वन विभाग सभी डिवीजनों में एक-एक मॉडल नर्सरी तैयार करेगा. इसी योजना के अंतर्गत बिलासपुर में भी दो मॉडल नर्सरी का निर्माण किया जाएगा. 71 लाख रुपये के बजट से नर्सरी का निर्माण होगा. दोनों मॉडर नर्सरियों में 1 लाख पौधे तैयार किए जाएंगे, जिनमें औषधीय पौधे भी शामिल होंगे.

Forest department will develop 2 model nurseries in Bilaspur circle.
बिलासपुर सर्किल में वन विभाग विकसित करेगा 2 मॉडल नर्सरी.
author img

By

Published : Jun 4, 2023, 10:12 AM IST

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में वन विभाग द्वारा सभी प्रडिवीजन में एक-एक मॉडल नर्सरी विकसित की जाएगी. बिलासपुर सर्किल में दो डिवीजन शामिल हैं., जिसके तहत बिलासपुर और कुनिहार डिवीजन में मॉडल नर्सरियां तैयार की जाएंगी. वन विभाग ने 1 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित नर्सरियों को मॉडल बनाने के लिए चयनित किया है. जिसमें बिलासपुर शहर की चंगर स्थित नर्सरी, जबकि कुनिहार डिवीजन में अर्की की नर्सरी का डेवलपमेंट किया जाएगा.

71 लाख रुपये में बनेगी मॉडल नर्सरी: खास बात यह है कि इन दोनों ही मॉडल नर्सरियों में एक लाख पौधे तैयार करने की क्षमता होगी. वन मंडल अधिकारियों ने योजना का प्रस्ताव तैयार कर मुख्य अरण्यपाल को सौंप दिया है. जिसके तहत बिलासपुर में मॉडल नर्सरी के निर्माण के लिए 71 लाख रूपये का बजट प्लान बनाया गया है, जबकि सूचना के तहत इतनी ही लागत का प्लान कुनिहार डिवीजन का होगा. मॉडल नर्सरी में पॉलीहॉऊस तैयार किए जाएंगे जहां अलग अलग प्रजाति के पौधों के बीज रोपे जाएंगे और विकसित होने के बाद प्लांटेशन के लिए भेजे जाएंगे.

औषधीय पौधों से गुलजार होगीं नर्सरियां: यह नर्सरियां औषधीय पौधों से भी सुसज्जित होंगी. इसी तरह रात के समय नर्सरी की देखरेख करने के लिए माली हट्स बनेंगे जिसमें कर्मचारी ठहर सकें और वहां सभी सहूलियत उपलब्ध होगी. पौधों की सिंचाई के लिए पानी की पूरी सुविधा होगी. इसके साथ ही मॉडल नर्सरी तमाम सुविधाओं से लैस होगी. यह एक ऐसा मॉडल होगा जिसकी तर्ज पर भविष्य में अन्य नर्सरियों को बारी-बारी योजनाबद्ध ढंग से विकसित करने के लिए खाका तैयार किया जाएगा.

नर्सरी मॉडल बनाने के लिए मंजूरी का इंतजार: बता दें कि बिलासपुर सर्किल में कुल 26 नर्सरियां स्थापित हैं. जिसके तहत बिलासपुर डिवीजन में 14 और कुनिहार डिवीजन में 12 नर्सरियां हैं. बिलासपुर शहर से सटे हुए चंगर एरिया में स्थित नर्सरी काफी पुरानी है और एक हेक्टेयर से अधिक एरिया में विकसित है. यहां काफी संख्या में चंदन के पेड़ हैं. एक बड़ा भू-क्षेत्र होने के कारण वन विभाग ने इस नर्सरी को मॉडल बनाने का प्रारूप तैयार किया है. वनमंडल अधिकारी ने प्रस्ताव मुख्य अरण्यपाल को सौंपा है जिसे आगे फंडिंग के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा गया है. मंजूरी मिलने के बाद नर्सरियों को मॉडल बनाने की दिशा में काम शुरू होगा.

बिलासपुर सर्किल में 442 हेक्टेयर जमीन पर होगी प्लांटेशन: इस संदर्भ में बिलासपुर वन वृत्त के मुख्य अरण्यपाल अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के हर एक डिवीजन में एक नर्सरी को मॉडल बनाने का प्लान तैयार किया है. जिसके तहत बिलासपुर सर्किल में 2 मॉडल नर्सरियां तैयार की जाएंगी. बजट प्लान तैयार कर मंजूरी के लिए आगे भेजा गया है. बजट का प्रावधान होने के बाद आगामी कार्यवाही शुरू की जाएगी. इस बार बारिश के मौसम में वन विभाग सर्किल में कुल 442 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाएगा. बिलासपुर डिवीजन में 300 हेक्टेयर, जबकि कुनिहार डिवीजन में 142 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधे लगाए जाएंगे. प्लांटेशन योजना में कुछ लंबे व कुछ नॉर्मल पौधे शामिल रहेंगे.

ये भी पढे़ं: 1292 करोड़ रुपये की एचपी शिवा परियोजना होगी शुरू, केंद्र व हिमाचल सरकार में होगा MOU

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में वन विभाग द्वारा सभी प्रडिवीजन में एक-एक मॉडल नर्सरी विकसित की जाएगी. बिलासपुर सर्किल में दो डिवीजन शामिल हैं., जिसके तहत बिलासपुर और कुनिहार डिवीजन में मॉडल नर्सरियां तैयार की जाएंगी. वन विभाग ने 1 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित नर्सरियों को मॉडल बनाने के लिए चयनित किया है. जिसमें बिलासपुर शहर की चंगर स्थित नर्सरी, जबकि कुनिहार डिवीजन में अर्की की नर्सरी का डेवलपमेंट किया जाएगा.

71 लाख रुपये में बनेगी मॉडल नर्सरी: खास बात यह है कि इन दोनों ही मॉडल नर्सरियों में एक लाख पौधे तैयार करने की क्षमता होगी. वन मंडल अधिकारियों ने योजना का प्रस्ताव तैयार कर मुख्य अरण्यपाल को सौंप दिया है. जिसके तहत बिलासपुर में मॉडल नर्सरी के निर्माण के लिए 71 लाख रूपये का बजट प्लान बनाया गया है, जबकि सूचना के तहत इतनी ही लागत का प्लान कुनिहार डिवीजन का होगा. मॉडल नर्सरी में पॉलीहॉऊस तैयार किए जाएंगे जहां अलग अलग प्रजाति के पौधों के बीज रोपे जाएंगे और विकसित होने के बाद प्लांटेशन के लिए भेजे जाएंगे.

औषधीय पौधों से गुलजार होगीं नर्सरियां: यह नर्सरियां औषधीय पौधों से भी सुसज्जित होंगी. इसी तरह रात के समय नर्सरी की देखरेख करने के लिए माली हट्स बनेंगे जिसमें कर्मचारी ठहर सकें और वहां सभी सहूलियत उपलब्ध होगी. पौधों की सिंचाई के लिए पानी की पूरी सुविधा होगी. इसके साथ ही मॉडल नर्सरी तमाम सुविधाओं से लैस होगी. यह एक ऐसा मॉडल होगा जिसकी तर्ज पर भविष्य में अन्य नर्सरियों को बारी-बारी योजनाबद्ध ढंग से विकसित करने के लिए खाका तैयार किया जाएगा.

नर्सरी मॉडल बनाने के लिए मंजूरी का इंतजार: बता दें कि बिलासपुर सर्किल में कुल 26 नर्सरियां स्थापित हैं. जिसके तहत बिलासपुर डिवीजन में 14 और कुनिहार डिवीजन में 12 नर्सरियां हैं. बिलासपुर शहर से सटे हुए चंगर एरिया में स्थित नर्सरी काफी पुरानी है और एक हेक्टेयर से अधिक एरिया में विकसित है. यहां काफी संख्या में चंदन के पेड़ हैं. एक बड़ा भू-क्षेत्र होने के कारण वन विभाग ने इस नर्सरी को मॉडल बनाने का प्रारूप तैयार किया है. वनमंडल अधिकारी ने प्रस्ताव मुख्य अरण्यपाल को सौंपा है जिसे आगे फंडिंग के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा गया है. मंजूरी मिलने के बाद नर्सरियों को मॉडल बनाने की दिशा में काम शुरू होगा.

बिलासपुर सर्किल में 442 हेक्टेयर जमीन पर होगी प्लांटेशन: इस संदर्भ में बिलासपुर वन वृत्त के मुख्य अरण्यपाल अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के हर एक डिवीजन में एक नर्सरी को मॉडल बनाने का प्लान तैयार किया है. जिसके तहत बिलासपुर सर्किल में 2 मॉडल नर्सरियां तैयार की जाएंगी. बजट प्लान तैयार कर मंजूरी के लिए आगे भेजा गया है. बजट का प्रावधान होने के बाद आगामी कार्यवाही शुरू की जाएगी. इस बार बारिश के मौसम में वन विभाग सर्किल में कुल 442 हेक्टेयर भूमि पर पौधे लगाएगा. बिलासपुर डिवीजन में 300 हेक्टेयर, जबकि कुनिहार डिवीजन में 142 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधे लगाए जाएंगे. प्लांटेशन योजना में कुछ लंबे व कुछ नॉर्मल पौधे शामिल रहेंगे.

ये भी पढे़ं: 1292 करोड़ रुपये की एचपी शिवा परियोजना होगी शुरू, केंद्र व हिमाचल सरकार में होगा MOU

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.