बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश में पेंचक सिलाट एसोसिएशन की ओर से रविवार को बिलासपुर में जिला स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित करवाई जा रही है, जिसमें जिलाभर के करीब 30 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. नगर के सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष बृजलाल चौहान ने बताया कि प्रतियोगिता में 3 वर्ग 10 से 14, 14 से 19 व 19 से अधिक उम्र के खिलाड़ियों को शामिल किया गया है.
मिनिस्ट्री ऑफ अफेयर्स स्पोर्ट्स गवर्नमेंट से है मान्यता
चौहान ने बताया कि यह गेम्स इंडोनेशिया का देसी मार्शल आर्ट है. पेंचक सिलाट का शाब्दिक अर्थ युद्ध कला है. यह प्रतियोगिता इंडोनेशिया में हो रहे आगामी एशियन गेम्स में भी शामिल है. यह पूर्व शारीरिक युद्ध है. हमला, उठापटक के अलावा हथियारों का प्रयोग भी शामिल है. पेंचक सिलाट मिनिस्ट्री ऑफ अफेयर्स स्पोर्ट्स गवर्नमेंट की ओर से मान्यता प्राप्त है.
प्रदेश में पहली बार आयोजित हो रही प्रतियोगिता
चौहान ने बताया कि पेंचक सिलाट मार्शल आर्ट को हाल ही में इंडिया पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स में भी शामिल कर दिया गया है और इसकी मांग बहुत बढ़ भी रही है. इस प्रतियोगिता में रेफरी स्टाफ एसोसिएशन की ओर से रहेंगे. साथ ही पूरे दिशा-निर्देशों में प्रतियोगिता करवाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता हिमाचल प्रदेश में पहली बार आयोजित हो रही है. केंद्र सरकार की ओर से इस खेल का मान्यता मिलने के बाद अब हिमाचल में भी इस खेल के प्रति खिलाड़ियों का रूझान आ रहा है. यह गेम्स खिलाड़ी को आत्म सुरक्षित बनाने के गुर पैदा करता है.
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