बिलासपुर: कोरोना वायरस महामारी के बीच अब वर्ड फ्लू की दस्तक ने दहशत फैला दी है. प्रदेश के जिला बिलासपुर में विशेष तौर पर इसी बात की जांच को लेकर गठित तीन विभागों की टीम ने बुधवार को बिलासपुर गोविंद सागर झील के साथ हरनोड़ा स्थित कोलबांध क्षेत्र जमथल का भी दौरा किया.
यहां पर टीम को करीब दो दर्जन से ज्यादा पक्षी मृत मिले हैं. जिससे जिले में हड़कंप मच गया है. हालांकि इन मृत पक्षियों के सेंपल लैबोरेट्री में भेजे जाएंगे, लेकिन इन हालातों में वर्ड फ्लू की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. इसके संक्रमण को रोकने के लिए शासन और प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी होगी. क्योंकि जंगली जानवरों और कुतों द्वारा इन मृत पक्षियों को उठाया जा रहा है और यही जानवर इन्हें रिहायशी इलाकों में भी ले जा सकते हैं.
लाखों पक्षियों की रहस्यमयी मौत
वहीं, केंद्र सरकार ने भी इस वर्ड फ्लू को गंभीरता सेबलेने के साथ राज्यों को अपने स्तर पर गाइडलाइंस जारी करने को कहा है. गौर हो कि पिछले दस दिनों में भारत में लाखों पक्षियों की रहस्यमयी मौत हो चुकी है. केंद्र की ओर से हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल व राजस्थान में वर्ड फ्लू की पुष्टि कर दी है और संक्रमण रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश जारी किए हैं.
इसी के साथ देश के अन्य राज्य भी वर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट हो गए हैं, जबकि हरियाणा और जम्मू ने अपने राज्य में अपने स्तर पर सेंपल की जांच षुरू कर दी है. बिलासपुर के लुहणूघाट में बुधवार को पशुपालन विभाग की टीम ने वर्ड फ्लू को लेकर संयुक्त टीम विजिट किया.
शाम के समय दूरभाष पर मृत पक्षियों की सूचना मिली
इस टीम विजिट में पशुपालन विभाग के पहुंचे सहायक निदेशक सहित एक्सपर्ट ने पाया कि बिलासपुर में किसी भी तरह का कोई वर्ड फ्लू का लक्षण वाला पक्षी नहीं पाया गया, लेकिन शाम के समय दूरभाष पर जब इस टीम को मृत पक्षियों की सूचना मिली तो टीम ने मामले की संवेदनशीलता को देखते मौके की ओर प्रस्थान किया.
जहां पर टीम को करीब तीस मृत कौवे मिले हैं. मृत पक्षियों का अचानक इतना बड़ा आंकड़ा सामने आने से विभागीय तंत्र का सकते में आना स्वाभाविक है. समाचार लिखे जाने तकविभागीय टीमों के एक्सपर्ट पीपीई किटस पहनकर अपनी कार्यवाही में जुटे थे.
मामले की पुष्टि करते हुए पशु पालन विभाग के सहायक निदेशक जीवन लाल शर्मा ने बताया कि वे जब गोविंदसागर जलाशय का दौरा कर रहे थे तो उन्हें कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली, लेकिन शाम के समय दूरभाष पर इस बात की जानकारी मिली है.
टीम को करीब दो दर्जन से ज्यादा कौवे मृत मिले
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तुरंत सभी टीम सदस्य हरनोड़ा की ओर रवाना हुए. जहां पर टीम को करीब दो दर्जन से ज्यादा कौवे मृत मिले हैं. उन्होंने कहा कि मृत पक्षियों के सैंपल जांच के लिए पहले वन विभाग की टीम को सौंपे जाएंगे. तत्पश्चात वन विभाग इन्हें जालंधर स्थित प्रयोगषाला में भेजेगा.
जांच रिपोर्ट आने के बाद सही जानकारी प्राप्त होगी. इस टीम में पशु पालन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राम स्वरूप व वन विभाग के कई आलाधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे.