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हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण कर रही कंपनी ने मांगा एक्सटेंशन, बैठक में होगा फैसला - हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज लेटेस्ट न्यूज

बंदलाधार पर निर्माणाधीन गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की निर्माता कंपनी एनपीसीसी की एक्सटेंशन पर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स बीओजी की मीटिंग में फैसला लिया जाएगा. कोविड के चलते इस निर्माण के काम में देरी हुई है. इस कारण कंपनी मार्च 2021 तक अपने तय लक्ष्य में काम पूरा नहीं कर पाएगी.

हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज
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Published : Dec 13, 2020, 10:58 AM IST

बिलासपुर: बंदलाधार पर निर्माणाधीन गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की निर्माता कंपनी एनपीसीसी की एक्सटेंशन पर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग (बीओजी) में फैसला लिया जाएगा. पहली बार बिलासपुर में होने जा रही इस मीटिंग में अगले साल नए शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं नगरोटा से बंदला शिफ्ट करने पर चर्चा होगी.

22 दिसंबर को होगी मीटिंग

कंपनी को एक्सटेंशन देने पर फैसला करने के साथ ही निर्माण कार्य का रिव्यू किया जाएगा. इस दौरान चयनित डंपिंग साइट के लिए बजट अप्रूवल के साथ अन्य कामों का अप्रूवल भी होना है. 22 दिसंबर को होने वाली इस मीटिंग का शेड्यूल एनटीपीसी कोलडैम परिसर तय किया गया है. इस मीटिंग की अध्यक्षता बीओजी के चेयरमैन एवं तकनीकी शिक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार शर्मा करेंगे.

पहली बार बिलासपुर में होगी बैठक

मीटिंग में मेंबर सेक्रेटरी एवं डायरेक्टर कम प्रिंसिपल आरके अवस्थी, तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल, एनटीपीसी व एनएचपीसी के अलावा भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय से भी एक मेंबर की उपस्थिति रहेगी. यह पहला मौका है, जब यह बैठक बिलासपुर में होने जा रही है. इससे पहले यह मीटिंग शिमला में ही होती है.

2021 तक नहीं हो पाएगा काम

मीटिंग का आयोजन एनटीपीसी कोलडैम परिसर में किया जाएगा, जिसमें बीओजी के मेंबर्स कॉलेज के जुड़े विभिन्न तकनीकी मसलों पर गहनता से चर्चा करेंगे. इस दौरान कुछ अहम फैसले भी लिए जाएंगे. कोविड के चलते इसके निर्माण के काम में देरी हुई है. इस कारण कंपनी मार्च 2021 तक अपने तय लक्ष्य में काम पूरा नहीं कर पाएगी.

कंपनी ने मांगा एक्सटेंशन

इसके चलते कंपनी की ओर से एक साल की एक्सटेंशन मांगी गई है, जिस पर मीटिंग में फैसला होना है. बता दें कि कंपनी को 27 महीने के अंदर काम पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था. कोविड की वजह से छह महीने निकल गए. मीटिंग में कॉलेज निर्माण की अभी तक की प्रगति का रिव्यू किया जाएगा, जिसके तहत आय व्यय पर चर्चा के साथ ही अगला बजट अप्रूवल भी होना है.

डंपिंग के लिए सिलेक्ट साइट

इसी प्रकार डंपिंग के लिए कॉलेज के पास ही पीछे की ओर साइट सिलेक्ट की गई है, जिसके लिए बजट की अप्रूवल ली जाएगी. तकनीकी शिक्षा विभाग विवेक चंदेल निदेशक ने कहा कि बिलासपुर में 22 दिसंबर को बीओजी की मीटिंग तकनीकी शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में की जाएगी.

जुलाई 2021 तक होगा काम

निर्माण के काम में अब तक प्रगति को रिव्यू करने के साथ कई महत्त्वपूर्ण मसलों पर चर्चा की जाएगी. जुलाई 2021 से कक्षाएं नगरोटा से बंदला शिफ्ट करने की योजना है.

बिलासपुर: बंदलाधार पर निर्माणाधीन गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज की निर्माता कंपनी एनपीसीसी की एक्सटेंशन पर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की मीटिंग (बीओजी) में फैसला लिया जाएगा. पहली बार बिलासपुर में होने जा रही इस मीटिंग में अगले साल नए शैक्षणिक सत्र से कक्षाएं नगरोटा से बंदला शिफ्ट करने पर चर्चा होगी.

22 दिसंबर को होगी मीटिंग

कंपनी को एक्सटेंशन देने पर फैसला करने के साथ ही निर्माण कार्य का रिव्यू किया जाएगा. इस दौरान चयनित डंपिंग साइट के लिए बजट अप्रूवल के साथ अन्य कामों का अप्रूवल भी होना है. 22 दिसंबर को होने वाली इस मीटिंग का शेड्यूल एनटीपीसी कोलडैम परिसर तय किया गया है. इस मीटिंग की अध्यक्षता बीओजी के चेयरमैन एवं तकनीकी शिक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार शर्मा करेंगे.

पहली बार बिलासपुर में होगी बैठक

मीटिंग में मेंबर सेक्रेटरी एवं डायरेक्टर कम प्रिंसिपल आरके अवस्थी, तकनीकी शिक्षा निदेशक विवेक चंदेल, एनटीपीसी व एनएचपीसी के अलावा भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय से भी एक मेंबर की उपस्थिति रहेगी. यह पहला मौका है, जब यह बैठक बिलासपुर में होने जा रही है. इससे पहले यह मीटिंग शिमला में ही होती है.

2021 तक नहीं हो पाएगा काम

मीटिंग का आयोजन एनटीपीसी कोलडैम परिसर में किया जाएगा, जिसमें बीओजी के मेंबर्स कॉलेज के जुड़े विभिन्न तकनीकी मसलों पर गहनता से चर्चा करेंगे. इस दौरान कुछ अहम फैसले भी लिए जाएंगे. कोविड के चलते इसके निर्माण के काम में देरी हुई है. इस कारण कंपनी मार्च 2021 तक अपने तय लक्ष्य में काम पूरा नहीं कर पाएगी.

कंपनी ने मांगा एक्सटेंशन

इसके चलते कंपनी की ओर से एक साल की एक्सटेंशन मांगी गई है, जिस पर मीटिंग में फैसला होना है. बता दें कि कंपनी को 27 महीने के अंदर काम पूरा करने का लक्ष्य दिया गया था. कोविड की वजह से छह महीने निकल गए. मीटिंग में कॉलेज निर्माण की अभी तक की प्रगति का रिव्यू किया जाएगा, जिसके तहत आय व्यय पर चर्चा के साथ ही अगला बजट अप्रूवल भी होना है.

डंपिंग के लिए सिलेक्ट साइट

इसी प्रकार डंपिंग के लिए कॉलेज के पास ही पीछे की ओर साइट सिलेक्ट की गई है, जिसके लिए बजट की अप्रूवल ली जाएगी. तकनीकी शिक्षा विभाग विवेक चंदेल निदेशक ने कहा कि बिलासपुर में 22 दिसंबर को बीओजी की मीटिंग तकनीकी शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में की जाएगी.

जुलाई 2021 तक होगा काम

निर्माण के काम में अब तक प्रगति को रिव्यू करने के साथ कई महत्त्वपूर्ण मसलों पर चर्चा की जाएगी. जुलाई 2021 से कक्षाएं नगरोटा से बंदला शिफ्ट करने की योजना है.

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