बिलासपुर: एम्स कोठीपुरा में बिलासपुर जिला का सबसे बड़ा पावर स्टेशन में लगने जा रहा है. 132.33 केवी बिजली क्षमता के सब स्टेशन के लिए फाॅरेस्ट क्लीयरेंस की स्टेज वन की अप्रूवल भी मिल गई है. जिसके बाद अब सुंदरनगर क्षेत्र के कांगू से सीधे कोठीपुरा एम्स में 18.01 किलोमीटर लंबी ट्रांसमिशन लाइन बिछाने का कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा. इस लाइन के बिछने से इस क्षेत्र के छोटे-बड़े लगभग 6300 पौधे इसकी जद में आएंगे. खास बात यह है कि जितने भी पेड़ पौधे कटेंगे, उससे दोगुना पौधे संबंधित वन भूमि पर रोपे जाएंगे.
इसके लिए 70 हेक्टेयर जमीन पर प्लांटेशन की जाएगी. जिसके लिए पौने दो करोड़ रुपए संबंधित कंपनी को विभाग के पास जमा करवाने होंगे. बिलासपुर के कोठीपुरा में लगभग 1500 बीघा जमीन पर निर्माणाधीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में 34 मेगावाट का बिजली सब-स्टेशन स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है. अब तक 75 परसेंट कार्य पूरा किया जा चुका है. 32 करोड़ रुपए लागत से यह प्रोजेक्ट मैसर्ज जेएसपी कंपनी बना रही है. जिला बिलासपुर में 132.33 केवी का यह बिजली का सबसे बड़ा सब-स्टेशन होगा. इस सब स्टेशन में आठ फीडर होंगे. चार फीडर एम्स के लिए, जबकि शेष चार बिलासपुर व आसपास एरिया में बिजली गुल होने पर कार्य करेंगे.
बता दें कि कांगू ग्रिड से कोठीपुरा एम्स के लिए 132 केवी की ट्रांसमिशन लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है. चिन्हित 35 हेक्टेयर वन भूमि की स्टेज वन की अप्रूवल मिलने के बाद अब स्टेज टू की क्लीयरेंस का इंतजार है. ट्रांसमिशन लाइन बिछाने का कार्य यूपी के मेरठ की कुमार ट्रेडिंग कंपनी को अवार्ड हुआ है. आपको बता दें कि इस लाइन के बिछने से बिलासपुर एम्स में बिजली की समस्या से भी निजात मिलेगी. 24 घंटे बिलासपुर एम्स में बिजली आपूर्ति की सुविधा मिलेगी. इसी के चलते एम्स द्वारा अलग से यह सब-स्टेशन स्थापित किया गया है. जिसको लेकर कवायद आरंभ हो गई है और जल्द ही यह कार्य पूरा हो जाएगा.
बिलासपुर डीएफओ अवनि राय भूषण ने बताया कि 132.33 केवी बिजली क्षमता के सब स्टेशन के लिए फाॅरेस्ट क्लीयरेंस की स्टेज वन की अप्रूवल आ गई है. इस कार्य में 18.01 किलोमीटर में 6300 छोटे-बड़े पेड़ पौधे इसकी जद में आएंगे. जितने भी पड़े कटेंगे, उससे दोगुना पौधे संबंधित विभाग वन भूमि पर रोपेगा.