बिलासपुर: कोरोना कर्फ्यू में नशेड़ियों को पकड़ने के लिए पुलिस को एक बेहतर विकल्प मिल गया है. कर्फ्यू के चलते नशा माफिया अब घरों से बाहर निकल रहे हैं, ऐसे में पुलिस को इसके नशेड़ियों को पकड़ने के लिए काफी मदद भी प्राप्त हो रही है.
एएसपी अमित शर्मा के अनुसार कोरोना कर्फ्यू में नशे का कारोबार करने वालों पर भी शिकंजा कसा गया है. पिछले पांच दिन के अंदर एसआईयू टीम के इंचार्ज भूपेंद्र ठाकुर की अगवाई में दो बड़े केस पकड़े गए हैं. आगे भी यह अभियान यथावत जारी रहेगा.
चौबीस घंटे लगातार निगरानी
उन्होंने बताया कि पुलिस एनएच सहित चैक चैराहों पर संदिग्ध लोगों पर पैनी नजर बनाए हुए है. गरामोड़ा से लेकर सलापड़ और नम्होल से लेकर डंगार जहां तक जिला की सीमा है पुलिस की पूरी नजर है. इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी संबंधित थानों की टीमें चौबीस घंटे लगातार निगरानी कर रही हैं और हर स्थिति पर नजरें गड़ाए हुए हैं.
संदिग्धता के आधार पर गाड़ियों की चैकिंग
जानकारी के अनुसार अभी तक एक सप्ताह के भीतर बिलासपुर पुलिस ने दो बड़ी कामयाबी हासिल की है. जिसमें एक किलो से अधिक चरस व अन्य स्थानों से भी चिट्टा व चरस बरामद की है. ऐसे में पुलिस का कहना है कि संदिग्धता के आधार पर गाड़ियों की चैकिंग भी की जा रही है, क्योंकि इस वक्त पुलिस को बड़ी कामयाबी भी हाथ लग सकती है.
पुलिस ने दो बड़े मामले भी पकड़े हैं
एएसपी अमित कुमार ने बताया कि दिन रात पुलिस के नाकों में गाड़ियों की चैकिंग की जा रही है. ऐसे में पुलिस ने दो बड़े मामले भी पकड़े हैं. कोरोना कर्फ्यू नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए कारगार सिद्व हो रहा है.
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