बिलासपुर: हरितालिका तीज व्रत पर महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सौभाग्य प्राप्ति के लिए प्रार्थना करती हैं. व्रत के दौरान महिलाएं समूहों में इकट्ठा होकर कई प्रकार के फूल-फलों और पत्तों से शिव भगवान की पूजा करती हैं.
पूजा के दौरान महिलाएं सौभाग्य प्राप्ति के लिए अपने पति की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करती हैं. व्रत के दौरान महिलाएं दो दिन तक अन्न और जल ग्रहण नहीं करतीं. महिलाएं चौथ के दूसरे दिन व्रत तोड़ती हैं. व्रत तोड़ने से पहले शिव भगवान के दर्शन किये जाते हैं. नई दुल्हन की तरह सजी महिलाएं हाथों पर मेहंदी लगाकर पूजा-अर्चना करने के बाद अपना व्रत खोलती हैं.
मान्यता है कि इस व्रत को पार्वती माता ने शिव भगवान को पाने के लिए किया था और जंगल में विभिन्न प्रकार के फूलों और पत्तों से शिव भगवान की पूजा की थी. इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए महिलाएं आज भी बड़े उत्साह के साथ इस व्रत को करती हैं.