आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ बिलासपुर के अध्यक्ष डॉ. अभिषेक ठाकुर ने कहा कि आयुर्वेद विभाग के चिकित्सकों का वेतन अन्यों के मुकाबले कम होने के कारण यह वर्ग खुद को बाकी वर्गों से पिछड़ा हुआ मानते हैं.
लिहाजा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ ने सरकार से मांग की है कि देश व प्रदेश की उन्नति में अहम रोल अदा करने वाले आयुर्वेद चिकित्सकों की इस मांग पर गहनता से विचार किया जाए और अमलीजामा पहनाया जाए. साथ ही वेतन विसंगति के साथ आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों को टाईम स्केल मिला चाहिए.
अध्यक्ष ने कहा उन्हें वैटनरी, दंत चिकित्सक के समकक्ष वेतनमान दिया जाए. देश और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं को पूरी तरह से क्रियान्वित करने के लिए आयुर्वेद विभाग महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता आया है.
ग्राम सभा कार्यक्रम, स्कूल अडॉप्शन कार्यक्रम, टीबी मुक्त अभियान, अनिमिया कार्यक्रम आदि में आयुर्वेद विभाग की भूमिका अहम रहती है. उन्होंने कहा कि ओपीडी से बाहर भी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के साथ-साथ दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं देने के लिए भी आयुर्वेद अधिकारी संघ सदैव तत्पर रहता है. हैरानी का विषय है कि फिर भी इस वर्ग के साथ वेतन के मामले में पक्षपात किया जाता रहा है.
डॉ. अभिषेक ने कहा कि उनका अन्य वर्गों के साथ कोई विरोधाभास नहीं है. बावजूद इसके इस वर्ग को उनका मान सम्मान नहीं मिल पाता जिस कारण स्वयं को कुंठित महसूस करना लाजिमी है. इसके अलावा अन्य संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उन्हें अब तक 4-9-14 के लाभों से भी वंचित रखा गया है. पीजी करने वाले चिकित्सकों के लिए पीजी पालिसी बनाने की भी मांग की है.