बिलासपुर: बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को दिल्ली से बिलासपुर पहुंचे. जेपी नड्डा के स्वागत के लिए सीएम जयराम समेत हिमाचल प्रदेश का पूरा मंत्रिमंडल और बीजेपी विधायकों समेत सभी पदाधिकारी बिलासपुर में मौजूद थे.
जेपी नड्डा के इस कार्यक्रम में सिर्फ अनुराग ठाकुर नजर नहीं आए. नड्डा के कार्यक्रम में अनुराग ठाकुर की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय रही. बिलासपुर अनुराग ठाकुर का संसदीय क्षेत्र भी है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्वागत कार्यकम से अनुराग ठाकुर की दूरी बनाकर रखना चर्चा का विषय बना हुआ है. चर्चा है कि क्या बीजेपी में सब सही है?
हालांकि नड्डा के दौरे से गैर हाजिर रहना अनुराग ठाकुर उनका व्यस्त कार्यक्रम भी हो सकता है. इन दिनों जम्मू में बतौर चुनाव प्रभारी कार्यभार देख रहे हैं, लेकिन सियासी जानकारों का मानना है कि अनुराग ठाकुर समय निकाल कर कुछ समय के लिए नड्डा के कार्यक्रम में शामिल हो सकते थे. उनके संसदीय क्षेत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पहुंचना बहुत बड़ी बात थी.
इन दिनों चर्चा ये भी है कि बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. संगठन में अंदरखाते तलवारें खींची हुई है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण कांगड़ा में देखने को मिला था. कांगड़ा में एक जनसभा में अनुराग ठाकुर और सीएम जयराम के बीच सीयू मुद्दे को लेकर नोकझोंक हो गई थी. मामला इतना बढ़ गया था कि हाईकमान को संज्ञान लेना पड़ा.
इसके बाद ये खबर सामने आई कि हाईकमान ने मामला सेटल कर लिया है, लेकिन नड्डा के कार्यक्रम से अनुराग ठाकुर की गैरमौजूदगी कई सवाल खड़े कर गई है. अनुराग ठाकुर अगर नड्डा के कार्यक्रम शामिल होते तो शायद मंच से यही संदेश जाता की संगठन में सब ठीक-ठाक चल रहा है.
हालांकि, इस मामले पर शुक्रवार को बिलासपुर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी कांगड़ा में हुए विवाद के बारे में सवाल पूछा गया था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि सीयू मामले पर वह कुछ भी ब्यान नहीं दे सकते है. हाईकमान के हस्ताक्षेप के बाद अनुराग ठाकुर ने स्वयं ट्वीट करसीयू मामले पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की तारीफ की थी.