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गोबिंदसागर झील में पशुपालन विभाग ने किया निरीक्षण, नहीं पाया गया बर्ड फ्लू का मामला

बर्ड फ्लू का प्रकोप को देखते हुए बिलासपुर की पशुपालन विभाग की टीम ने लुहणूघाट में बुधवार को बर्ड फ्लू को लेकर टीम विजिट किया. टीम विजिट में पशुपालन विभाग के पहुंचे सहायक निदेशक सहित एक्सपर्ट ने पाया कि बिलासपुर में किसी भी तरह का कोई बर्ड फ्लू का लक्षण वाला पक्षी नहीं पाया गया.

Animal husbandry department team inspected in Gobindsagar lake
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Published : Jan 6, 2021, 5:30 PM IST

बिलासपुरः बर्ड फ्लू का प्रकोप प्रदेश में दिन व दिन बढ़ता जा रहा है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम चौकस हो गई है. बता दे कि गत दिनों पौंग डैम जलाशय में बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 2636 तक पहुंच गया है. इसी को देखते हुए बिलासपुर की पशुपालन विभाग की टीम ने लुहणूघाट में बुधवार को बर्ड फ्लू को लेकर टीम विजिट किया. टीम विजिट में पशुपालन विभाग के पहुंचे सहायक निदेशक सहित एक्सपर्ट ने पाया कि बिलासपुर में किसी भी तरह का कोई बर्ड फ्लू का लक्षण वाला पक्षी नहीं पाया गया.

बर्ड फ्लू का नहीं मिला कोई संदिग्ध मामला

ऐसे में प्रारंभिक जांच में पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने यह पुष्टि कर दी है कि बिलासपुर में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई भी संदिग्ध मामला सामने नहीं आया है. बुधवार को टीम ने गोबिंदसागर झील के किनारों में पहुंचकर यहां पर मौजूद पक्षियों की हर एक एक्टीविटी की जांच की. वहीं, जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि बिलासपुर में पहुंचे विदेशी पक्षी साईबेरियन बगुले हैं. वहीं, खास बात यह भी है कि कांगड़ा के पौंग डैम में इन बगुलों की रिपोर्ट में ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, लेकिन प्रारंभिक जांच में अभी तक बिलासपुर में ऐसा कोई भी संदिग्ध नहीं पाया गया है.

वीडियो

टीम ने निरीक्षण के दौरान सभी पक्षी तंदरूस्त

टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि सभी पक्षी अपनी एक्टिविटी में तंदरूस्त पाए गए. किसी भी पक्षी में कोई कमजोर या फिर बीमार नहीं दिखाई दिया. हालांकि टीम पूरी तैयारी के साथ पहुंची हुई थी. अगर कोई ऐसा संदिग्ध पाया जाता तो मौके पर पशुपालन विभाग की टीम सैंपल भी एकत्रित करती और इसको जांच लैब भोपाल में भी भेज दिया जाता. कुल मिलाकर विभाग के इस निरीक्षण में अभी तक यह साफ हुआ है कि बर्ड फ्लू बिलासपुर में नहीं है.

हालांकि विभागीय अधिकारियों ने यह भी साफ किया है कि बिलासपुर में फैलने की संभावनाए हैं, क्योंकि यहां पर वहीं प्रजाति के पक्षी पहुंचे हुए हैं जो पौंग डैम में पाए गए हैं. ऐसे में विभाग और जिला प्रशासन ने एहतियातन तौर पर टीमों का भी गठन किया है और टीमों को पीपीई किट्स भी मुहैया करवा दी है.

वोट चालकों से मांगी यह मदद

पशुपालन विभाग ने लुहणूघाट पर स्थित सभी वोट चालकों से यह मांग की है कि अगर झील के किनारे कोई भी पक्षी मृत पाया जाता है तो तुरंत इसकी जानकारी पशुपालन विभाग को दें, ताकि विभाग तुरंत प्रभाव से पहुंचकर सारे मामले की जांच करें और अगर संदिग्ध पाया जाता है तो सैंपल एकत्रित किया जा सके.

70 डिग्री के तापमान पर पकाएं चिकन

पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट के अनुसार चिकन अगर दुकान से कोई खरीददता है तो इस समय चिकन को लगभग 70 डिग्री के तापमान पर पकाएं. साथ ही अगर कोई अंडा खाता है तो उसे ऑमलेट बनाकर न खाएं. एक्सपर्ट के अनुसार अंडा को ऊबाल करके ही खाएं. बर्ड फ्लू के खतरे के बीच यह एहतियात बरतना आवश्यक है.

ये भी पढ़ेंः- अटल टनल के दोनों छोर पर बढ़ा हिमस्खलन का खतरा, डीसी लाहौल स्पीति ने लोगों से की ये अपील

बिलासपुरः बर्ड फ्लू का प्रकोप प्रदेश में दिन व दिन बढ़ता जा रहा है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम चौकस हो गई है. बता दे कि गत दिनों पौंग डैम जलाशय में बर्ड फ्लू से प्रवासी पक्षियों की मौत का कुल आंकड़ा 2636 तक पहुंच गया है. इसी को देखते हुए बिलासपुर की पशुपालन विभाग की टीम ने लुहणूघाट में बुधवार को बर्ड फ्लू को लेकर टीम विजिट किया. टीम विजिट में पशुपालन विभाग के पहुंचे सहायक निदेशक सहित एक्सपर्ट ने पाया कि बिलासपुर में किसी भी तरह का कोई बर्ड फ्लू का लक्षण वाला पक्षी नहीं पाया गया.

बर्ड फ्लू का नहीं मिला कोई संदिग्ध मामला

ऐसे में प्रारंभिक जांच में पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने यह पुष्टि कर दी है कि बिलासपुर में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई भी संदिग्ध मामला सामने नहीं आया है. बुधवार को टीम ने गोबिंदसागर झील के किनारों में पहुंचकर यहां पर मौजूद पक्षियों की हर एक एक्टीविटी की जांच की. वहीं, जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि बिलासपुर में पहुंचे विदेशी पक्षी साईबेरियन बगुले हैं. वहीं, खास बात यह भी है कि कांगड़ा के पौंग डैम में इन बगुलों की रिपोर्ट में ही बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, लेकिन प्रारंभिक जांच में अभी तक बिलासपुर में ऐसा कोई भी संदिग्ध नहीं पाया गया है.

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टीम ने निरीक्षण के दौरान सभी पक्षी तंदरूस्त

टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि सभी पक्षी अपनी एक्टिविटी में तंदरूस्त पाए गए. किसी भी पक्षी में कोई कमजोर या फिर बीमार नहीं दिखाई दिया. हालांकि टीम पूरी तैयारी के साथ पहुंची हुई थी. अगर कोई ऐसा संदिग्ध पाया जाता तो मौके पर पशुपालन विभाग की टीम सैंपल भी एकत्रित करती और इसको जांच लैब भोपाल में भी भेज दिया जाता. कुल मिलाकर विभाग के इस निरीक्षण में अभी तक यह साफ हुआ है कि बर्ड फ्लू बिलासपुर में नहीं है.

हालांकि विभागीय अधिकारियों ने यह भी साफ किया है कि बिलासपुर में फैलने की संभावनाए हैं, क्योंकि यहां पर वहीं प्रजाति के पक्षी पहुंचे हुए हैं जो पौंग डैम में पाए गए हैं. ऐसे में विभाग और जिला प्रशासन ने एहतियातन तौर पर टीमों का भी गठन किया है और टीमों को पीपीई किट्स भी मुहैया करवा दी है.

वोट चालकों से मांगी यह मदद

पशुपालन विभाग ने लुहणूघाट पर स्थित सभी वोट चालकों से यह मांग की है कि अगर झील के किनारे कोई भी पक्षी मृत पाया जाता है तो तुरंत इसकी जानकारी पशुपालन विभाग को दें, ताकि विभाग तुरंत प्रभाव से पहुंचकर सारे मामले की जांच करें और अगर संदिग्ध पाया जाता है तो सैंपल एकत्रित किया जा सके.

70 डिग्री के तापमान पर पकाएं चिकन

पशुपालन विभाग के एक्सपर्ट के अनुसार चिकन अगर दुकान से कोई खरीददता है तो इस समय चिकन को लगभग 70 डिग्री के तापमान पर पकाएं. साथ ही अगर कोई अंडा खाता है तो उसे ऑमलेट बनाकर न खाएं. एक्सपर्ट के अनुसार अंडा को ऊबाल करके ही खाएं. बर्ड फ्लू के खतरे के बीच यह एहतियात बरतना आवश्यक है.

ये भी पढ़ेंः- अटल टनल के दोनों छोर पर बढ़ा हिमस्खलन का खतरा, डीसी लाहौल स्पीति ने लोगों से की ये अपील

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