बिलासपुर: हिमाचल में 21 साल की मुस्कान ने नया इतिहास लिखा है. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लॉ की छात्रा जिला परिषद बिलासपुर की अध्यक्ष के तौर पर चुनी गई हैं. साथ ही उपाध्यक्ष के पद पर प्रेम सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बता दें कि बिलासपुर के वार्ड नंबर 10 बरमाणा से जब मुस्कान को जिला परिषद सदस्य निर्वाचित घोषित किया गया था, उस समय भी वो हिमाचल की सबसे कम उम्र की पार्षद बनकर उभरी थी. उस समय किसी ने भी यह नहीं सोचा होगा कि एक 21 वर्षीय लड़की चुनाव जीतेगी, बल्कि जिला परिषद अध्यक्ष भी बन जाएगी. लॉ की पढ़ाई कर रही मुस्कान को समाजसेवा अपने पिता अमरजीत से विरासत में मिली है. मतदाताओं के बीच जब काला कोट पहनकर पहुंचती थी तो अपने विजन से वो उन्हें प्रभावित करने में काफी सफल हुई.
मुस्कान ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
उम्मीद ये भी की जा रही है कि देश भर में शायद मुस्कान जिला परिषद की चेयरपर्सन बनने वाली सबसे युवा होंगी. देश में सबसे युवा बीडीसी चेयरपर्सन बनने का गौरव प्रज्जवल बस्टा के नाम पर है तो सबसे युवा पंचायत प्रधान का खिताब मंडी की जबना चौहान के खाते में है. बता दें कि चुनाव प्रचार में एडवोकेट मुस्कान ने एक बेहतरीन तरीके से अपने विजन को अपील के जरिए मतदाताओं के बीच रखा था.
मैं नहीं सभी हैं जिला परिषद अध्यक्ष
जिला परिषद बिलासपुर अध्यक्ष मुस्कान ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता से किए हुए अपने वादों को पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगी. सिर्फ वही नहीं हरेक व्यक्ति जिला परिषद का अध्यक्ष बना है.
विरोध दलों का भी मिला समर्थन
हैरानी की बात तो यह है कि नगर परिषद बिलासपुर के चुनाव के दौरान मुस्कान विरोधी दल से भी समर्थन पाने में कामयाब रही. अध्यक्ष पद की चुनावी प्रक्रिया में मुस्कान को 9 वोट मिले, जबकि कांग्रेस की प्रोमिला को 5 वोट. वहीं, उपाध्यक्ष पद पर बीजेपी के प्रेम सिंह ने 8 वोट और ईश्वर दास शर्मा को 6 वोट मिले. इस तरह से जिला परिषद बिलासपुर पर भाजपा ने कब्जा कर मुस्कान को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है.
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